पिंजरे में कैद हुआ गुलदार
नई टिहरी। तीर्थनगरी देवप्रयाग के निकटवर्ती काण्डाधार, रामपुर सामपुर आदि गांवों में दहशत का पर्याय बना गुलदार गुरुवार तड़के पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार ने एक माह में दो लोगों पर हमला कर निवाला बनाने की कोशिश की थी। देवप्रयाग के निकटवर्ती गांवों में पिछले एक माह से दहशत बना गुलदार आखिर वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। बीते दिनों बाइक सवार दूध व्यवासायी दिगंबर सिंह पर गुलदार के हमला करने के बाद वन पिभाग ने गांव में पिंजरा लगाया था। इससे पूर्व भी इसी जगह गुलदार ने बाइक सवार विशम्बर सिंह व मदन सिंह पर अचानक हमला कर घायल कर दिया था। गुलदार के लगातार हमलों से ग्रामीण काफी दहशत में थे। गुलदार की दहशत से दिन में भी ग्रामीणों की आवाजाही बन्द हो गयी थी। गुरुवार तड़के खटीगीर गांव में को गुलदार के पिंजरे मे कैद होने की खबर लगते ही ग्रामीण उसे देखने उमड़ पड़े। बढ़ती भीड़ को देखते वन विभागकर्मी गुलदार को तहसील स्थित वन विभाग चौकी ले आये। रेंजर देवेंद्र पुंडीर ने बताया कि गुलदार करीब ढाई साल साल का है और उसे चिड़ियापुर अभ्यारण्य भेजा जा रहा है। गुलदार के पकड़े जाने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है। ग्राम प्रधान बबीता देवी ने वन विभाग से जंगली जानवरों से ग्रामीण को पूरी सुरक्षा दिये जाने की मांग की है। ग्राम प्रधान का कहना है कि क्षेत्र में और भी गुलदार सक्रिय हैं, जो कि ग्रामीणों के लिए खतरा बन सकते हैं।