पिथौरागढ़ आपदा में लापता पांच ग्रामीणों के शव बरामद, अन्य को ढूढने का अभियान जारी
पिथौरागढ़। सीमांत जिले पिथौरागढ़ के बंगापानी तहसील के आपदा प्रभावित टांगा गांव में मलबे में दबे ग्यारह ग्रामीणों की खोज का कार्य जारी है। जिलाधिकारी,
पुलिस अधीक्षक , विधायक मौके पर मौजूद हैं। रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आइटीबीपी , पुलिस और राजस्व पुलिस के साथ स्थानीय ग्रामीण जुटे
हैं। अभी तक पांच शव निकाले जा चुके हैं जिसमें तीन की शिनाख्त हो चुकी है।
रविवार की रात्रि को बादल फटने से टांगा गांव के एक तोक में पहाड़ टूटने से मलबे में तीन मकान दब गए थे । इन मकानों में रहने वाले ग्यारह लोग दब गए थे।
एक व्यक्ति घायल हो गया था। टांगा तक पहुंचने वाला मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। अलबता टांगा के ग्रामीण मलबे में दबे व्यक्तियों को निकालने के लिए प्रयास रत
रहे। आसपास के गांवों के युवा भी रेस्क्यू के लिए पहुंचे। मार्ग बंद होने से देर से लोग यहां तक पहुंच पाए। गांव में दहशत बनी रही। रविवार की काली रात्रि के
खौफ से भयभीत ग्रामीण सोमवार की रात भर सो नहीं सके।
रविवार रात्रि को बादल फटने की सूचना मिलते ही विधायक हरीश धामी पिथौरागढ़ से टांगा को रवाना हुए। जौलजीबी -मुनस्यारी मार्ग के बरम से आगे सात स्थानों
पर मलबा आने से बंद होने से विधायक ने अपने साथ के लोगों के साथ मलबा हटाया और शेराघाट तक पहुंचे। जहां से टांगा तक का पैदल मार्ग ध्वस्त होने के
बाद भी चट्टानों से होते हुए वह आपदा प्रभावित गांव पहुंचे । विधायक के पहुंचने से मायूस ग्रामीणों को राहत मिली। विधायक ने खुद मलबा हटाना प्रारंभ कर
दिया। ग्रामीणों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। विधायक गांव में ही डटे रहे।
जिलाधिकारी ड़ वीके जोगदंडे और पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी टांगा गांव पहुंचे हैं। दोनों शेराघाट से अतीत में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा विशाल चट्टान काट कर
श्रमदान से बौना तक बनाए गए मार्ग से टांगा पहुंचे । इस मार्ग में पूर्व में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा चट्टान काट कर 92 सीढियां बनाई गई हैं। डीएम और एसपी के
पहुंचने के बाद रेस्क्यू कार्य मेंं तेजी आई।
एनडीआरएफ और आइटीबीपी जवान पहुंचे
रेस्क्यू कार्य के लिए टांगा गांव तक एनडीआरएफ, आइटीबीपी, एसडीआरएफ , पुलिस, राजस्व पुलिस दल पहुंच कर खोज एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। एनडीआरएफ के
23 जवान, आइटीबीपी सातवीं वाहिनी मिर्थी के 15 जवान, एसडीआरएफ के दस जवान, पुलिस और राजस्व पुलिस के दस जवान खोज में जुटे हैं। इसके अलावा
दर्जनों की संख्या में ग्रामीण भी सहयोग कर रहे हैं।
पांच शव मिले, तीन की शिनाख्त
मलबे में दबे ग्यारह लोगों में से पांच शव मिल चुके हैं। जिनमें तीन शवों की पहचान माधव सिंह 70 वर्ष पुत्र चंद्र सिंह , गणेश सिंह 40 वर्ष पुत्र माधव सिंह, हीरा
देवी 30 वर्ष पत्नी गणेश सिंह के रू प में हो चुकी है। दो शवों की अभी शिनाख्त नहीं हुई है। सायं तक अन्य शवों के मिलने की भी संभावना है।