उत्तराखंड

पीयूष डंगवाल ने किया टॉप

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श्रीनगर गढ़वाल : सरस्वती विद्यामंदिर हाईस्कूल श्रीनगर का परीक्षाफल घोषित हो गया है। 9वीं के छात्र पीयूष डंगवाल ने 94 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय में सर्वोंच्च स्थान प्राप्त किया। वहीं कक्षा छह के सिद्धार्थ कैंतुरा ने द्वितीय और सार्थक कैंतुरा ने विद्यालय स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा सात में करन नेगी प्रथम और कक्षा आठ में आयशा डंगवाल प्रथम रहीं। विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकेश चंद्र मैठाणी ने विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहने पर सभी छात्रों को बधाई दी। इस मौके पर रघुबीर सिंह बिष्ट, आशा फरासी, गोविन्द आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)
केदारनाथ यात्रा में नहीं होगा बीमार एवं अनफिट घोड़े-खच्चरों का संचालन
रुद्रप्रयाग : आगामी केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर प्रशासन की तैयारियां शुरू हो गई है। किसी भी तरह से पशु क्रूरता न हो इसके लिए सभी अधिकारी कर्मचारियों को निर्देशित किया गया। साथ ही न्यायालय द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का हर संभव पालन करने को कहा गया। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में आयोजित पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में पीपल फॉर एनिमल की सदस्य गौरी मौलखी भी मौजूद रहीं। इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के साथ किसी भी प्रकार से कोई पशु क्रूरता न हो। इस पर लगातार निगरानी रखने के लिए गठित म्यूल टास्क फोर्स के माध्यम से कड़ी नजरें रखी जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि घोड़े-खच्चरों के बिना स्वास्थ्य परीक्षण के प्रमाण-पत्र निर्गत न किए जाएं जबकि स्वस्थ घोड़े-खच्चरों का ही पंजीकरण किया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि पिछली यात्रा में जिन घोड़े-खच्चरों के मालिकों/संचालकों द्वारा पशु-क्रूरता की गई है तथा उनके विरुद्ध न्यायालय में वाद लंबित हैं ऐसे घोड़े-खच्चर मालिक/संचालकों को चिह्नित करते हुए न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन करते हुए उन्हें इस यात्रा में संचालन की अनुमति न दी जाए। साथ ही उन्हें ब्लॉक किया जाए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि घोड़े-खच्चरों के लिए फाटा में जो पशु चिकित्सालय तैयार किया जा रहा है उसमें उप जिलाधिकारी के साथ समन्वय करते हुए पर्याप्त स्थान को चिन्हित किया जाए। ताकि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के उपचार के लिए चिकित्सालय तैयार किया जा सके। उन्होंने यात्रा मार्ग में तैयार हो रहे कैंप चिकित्सालय में व्यवस्थाएं जुटाने, घोड़े-खच्चरों के लिए रहने के सेट तैयार करने, गौरीकुंड घोड़ा-पड़ाव के ऊपर सेंचुरियन क्षेत्र में किसी भी प्रकार से किसी भी घोड़े-खच्चर के डेरे एवं रहने की अनुमति न देने, यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के लिए चिप (इंटरनल टैग) तैयार करने, घोड़े-खच्चरों के रजिस्ट्रेशन व स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की वैद्यता रोस्टर के संबंध में विवरण संबंधित जानकारी घोड़े-खच्चर संचालकों को भी उपलब्ध कराने, बिना पंजीकरण के घोड़े-खच्चरों का संचालन न करने आदि के निर्देश दिए। बैठक में पीपल फॉर एनिमल की सदस्य गौरी मौलखी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के साथ किसी भी तरह से कोई पशु क्रूरता न हो। इस पर कड़ी निगरानी रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि गौरीकुंड से ऊपर रास्ते में कहीं भी किसी घोड़े-खच्चरों का डेरा न तैयार किया जाए। जबकि सूर्यास्त के बाद किसी भी घोड़े-खच्चरों का संचालन न हो। बैठक में सीवीओ डॉ. आशीष रावत, पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्धनी सुमन, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक लीलाधर बिष्ट, डॉ. राजीव गोयल, एसपीओ गुलाब सिंह, डॉ. अमित सिंह, डॉ. सुनील कुमार, सहायक अभियोजन अधिकारी उदय सिंह जगवाण सहित कई अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। (एजेंसी)

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