पटना। जन सुराज पार्टी ने नेता प्रशांत किशोर ने कई दिनों बाद आज अपना अनशन तोड़ लिया है। अनशन तोड़ने से पहले उन्होंने गंगा नदी में डुबकी लगाई, इसके बाद हवन किया। इसके बाद उन्होंने जूस पीकर अपना अनशन समाप्त किया। प्रशांत किशोर ने इस अनशन के जरिए बीपीएससी के छात्रों की मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी।
प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनके पास जो जानकारी है, उसके मुताबिक नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके बावजूद वह पिछले छह महीने से राज्य सरकार के मुखिया बने हुए हैं, जबकि असल में उनके आसपास के अधिकारी सरकार चला रहे हैं।उल्लेखनीय है कि 6 जनवरी को पुलिस ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां शाम को जमानत मिल गई थी।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार में बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की छात्रों की मांगों को लेकर 2 जनवरी से आमरण अनशन पर थे। पार्टी का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शनिवार को राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिला और एक ज्ञापन सौंपा था।
पूर्व चुनाव रणनीतिकार किशोर ने 30 दिसंबर को इस मुद्दे को लेकर पटना के गांधी मैदान में विरोध प्रदर्शन किया था जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और पानी की बौछार की थी। इसके बाद किशोर ने अपने एक पार्टी सहयोगी को एक प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से बात करने के लिए भेजा था, लेकिन गतिरोध दूर नहीं हुआ।