नई दिल्ली , ऑपरेशन सिंदूर पर जारी चर्चा में पीएम मोदी ने पाकिस्तान को जमकर निशाने पर लिया। पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को लग गया था कि कुछ बड़ा होने वाला है। इसीलिए पाकिस्तान की तरफ से न्यूक्लियर हमले की धमकियां भी आने लगी थीं, लेकिन हमारी तरफ से यह साफ कर दिया गया था कि अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर बात रखते हुए कहा कि पाकिस्तान की तरफ से हमारी लड़ाई तो कई बार हुई है। लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि हमने इतने अंदर तक हमला किया हो। पाकिस्तान पर हमला करके हमने उसकी न्यूक्लियर हमले की धमकी को झूठा साबित कर दिया। भारत ने साबित किया कि अब किसी भी न्यूक्लियर ब्लैकमैलिंग के आगे भारत झुकेगा नहीं।
इन तीन देशों ने दिया पाकिस्तान का साथ
इस दौरान पीएम मोदी ने भारत के प्रति दुनिया के समर्थन को लेकर भी काफी बातें कही। उन्होंने कहा कि दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं। पीएम मोदी ने उन तीन देशों का भी अपने भाषण में जिक्र किया, जिसने पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। उन्होंने कहा कि 193 देशों में से सिर्फ 3 देशों ने ही पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। उन्होंने कहा कि क्त्रष्ठ हो या क्चक्रढ्ढष्टस्, दुनियाभर से भारत को समर्थन मिला है।
तुर्किए
पहलगाम हमले के बाद भारत की कार्रवाई और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्किए ने लगातार पाकिस्तान का समर्थन किया था। इस दौरान पाकिस्तान द्वारा भारत में हमला करने की कोशिश के दौरान जो ड्रोन छोड़े जा रहे थे, वे तुर्किए द्वारा ही पाकिस्तान को मुहैया कराए गए थे। इतना ही नहीं, तुर्किए ने ड्रोन के अलावा मिसाइल और पनडुब्बी तक की मदद भी पाकिस्तान को पहुंचाई थी।
चीन
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया था। इस ऑपरेशन के दौरान, भारत ने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की थी, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने चीन से मदद मांगी थी। दोनों देशों के संघर्ष के दौरान चीन ने पाकिस्तान को खुफिया जानकारी, हथियार और रणनीतिक सहायता प्रदान की थी। भारतीय सेना ने भी बताया था कि इस ऑपरेशन में भारत एक नहीं बल्कि, तीन दुश्मनों का सामना कर रहा था। सेना ने बाताय था कि चीन ने पाकिस्तान को लाइव डेटा उपलब्ध कराए थे।
अजरबैजान
ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्किए के अलावा एक और देश पाकिस्तान का हमदर्द बना हुआ था। यह देश भारत से करीब 2900 किलोमीटर दूर, ईरान का पड़ोसी और सोवियत संघ के विघटन के बाद बना मुल्क अजरबैजान है। भारत ने जब पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया किया तो अजरबैजान ने भी पाकिस्तान को रोने के लिए अपना कंधा दिया। इस देश ने भारत के सैन्य हमले की निंदा की और पाकिस्तान के साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़े रहने की बात कही।