धधक उठा ट्रेचिंग ग्राउंड, चारों ओर फैला जहरीला धुंआ
दीपावली की रात ट्रेचिंग ग्राउंड में पड़े कूड़े पर लगी आग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: दीपावली की रात गाड़ीघाट खोह नदी के तट पर बना ट्रेचिंग ग्राउंड धधक उठा। कूड़ा जलने के बाद चारों ओर फैले जहरीले धुएं के कारण आसपास के परिवारों का सास लेना भी दूभर हो गया। आज इतनी भयंकर थी कि नगर निगम के कर्मचारी कड़ी मशक्कत के बाद भी उसपर काबू नहीं पा पाए। धुएं के कारण आसपास के लोगों को संक्रामक बीमारियों का खतरा सताने लगा है।
नगर निगम क्षेत्र के वार्डों से हर रोज एकत्रित होने वाले सैकड़ों टन कूड़े को ट्रेंचिग ग्राउंड में डाला जाता है। सोमवार देर रात जलते हुए राकेट व पटाखा गिरने से ट्रेचिंग ग्राउंड का कूड़ा धधक उठा। सुबह जैसे ही आसपास के लोगों की नींद खुली तो चारों ओर जहरीले धुएं का गुब्बार छाया हुआ था। साथ ही कूड़े के ढेर से तेज आग की लपटे निकल रही थी। पूरे दिन वातावरण में धुंआ ही छाया हुआ था। परिवारों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया। सबसे अधिक परेशानी बुजुर्ग व बच्चों को उठानी पड़ी। आसपास के दुकानदारों का अपने प्रतिष्ठानों में बैठना भी मुकिश्ल हो गया था।
आबादी से हटाया जाएं ट्रेचिंग ग्राउंड
गाड़ीघाट, कुंभीचौड़ क्षेत्र के लोग पिछले कई वर्षों से ट्रेचिंग ग्राउंड को आबादी क्षेत्र से हटवाने की मांग उठा रहे हैं। गाड़ीघाट निवासी सोहन सिंह ने बताया कि आबादी के बीच संचालित हो रहे ट्रेचिंग ग्राउंड को अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए क्षेत्रवासी कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं। लेकिन, अधिकारी व जनप्रतिनिधि अपने जिम्मेदारियों को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। नतीजा ट्रेचिंग ग्राउंड से उठ रही दुर्गंध व कूड़ा जलने के बाद निकल रहे जहरीले धुएं के कारण आमजन का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
शव दाह करना भी मुश्किल
ट्रेचिंग ग्राउंड के समीप ही मुक्ति धाम भी है। ऐसे में जहरीले धुएं के कारण शव दाह को पहुंचने वाले लोगों का मुक्तिधाम में खड़ा रहना भी मुश्किल हो गया था। क्षेत्रवासियों का कहना है कि नगर निगम व स्थानीय प्रशासन को जनता का हित देखते हुए जल्द ट्रेचिंग ग्राउंड को अन्यत्र शिफ्ट करना चाहिए।