जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बहुजन समाज पार्टी, एससीएसटी वैचारिक महासभा, डा. भीमराव अंबेडकर जागृति समिति ने कोटद्वार पुलिस पर देवरामपुर के अनुसूचित जाति के लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाने का आरोप लगाया है। कहा कि मामले की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
शनिवार को विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग तहसील में पहुंचे। जहां उन्होंने तहसीलदार साक्षी उपाध्याय के माध्यम से पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारी, अनुसूचित जाति, जनजाति आयोग को ज्ञापन भेजा। बताया कि उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की सीमा पर स्थित देवरामपुर में कई अनुसूचित जाति के परिवार रहते हैं। बीते 19 अक्टूबर को क्षेत्र में रहने वाले राहुल गुसाईं, आशीष डबराल, डबल सिंह सहित अन्य सामान्य जाति के युवक अनुसूचित जाति की बस्ती में पहुंचे और गली में पटाखे छोड़ने लगे। बताया कि लोगों ने जब उनकी इस कार्य प्रणाली का विरोध किया तो वह गाली-गलौच करने लगे। आरोप लगाया कि 21 अक्टूबर की रात राहुल गुसाईं, आशीष डबराल, डबल सिंह कुछ अज्ञात लोगों के साथ बस्ती में पहुंचे और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए महिलाओं के साथ अभद्रता करने लगे, जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो गई। बताया कि 22 अक्टूबर सुबह गांव की महिलाओं ने कोतवाली में पहुंच कर पुलिस से मामले की शिकायत की। आरोप है कि पुलिस ने अनुसूचित जाति की महिलाओं की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया। बताया कि इसी रात दोबारा सामान्य जाति के लोगों ने अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अभद्रता की। जिसके बाद कोटद्वार पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप लगाया कि पुलिस ने सामान्य जाति के लोगों का पक्ष लेते हुए अनुसूचित जाति की महिलाओं पर लाठीचार्ज किया। साथ ही अगली सुबह अनुसूचित जाति की महिलाओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों के साथ इस तरह का बर्ताव किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि मामले की गंभीरता से जांच नहीं हुई तो विभिन्न संगठन सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। ज्ञापन देने वालों में बसपा जिलाध्यक्ष विकास आर्य, एससीएसटी वैचारिक महासभा की उपाध्यक्ष गीता सिंह, डा. बीआर अंबेडकर जागृति समिति देवरामपुर के अध्यक्ष तेजपाल सिंह, रविदास सेवा समिति कौड़िया के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, मुकेश कुमार, महेश गौतम, मनोज सिंह, सुषमा देवी, चंद्रशेखर, आशाराम, राहुल सिंह, केशीराम निराला सहित अन्य मौजूद रहे।