पुलिस ने किया कोरोना संक्रमित बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार
ऋषिकेश। कोरोनाकाल में बीमारी के भय से लोगों की सामान्य संवेदनाएं और संकट में एक-दूसरे की मदद का माहौल भी बदलने लगा है। ऋषिकेश क्षेत्र में एक 75 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हो गई। घर में बुर्जुग पति के अलावा कोई मौजूद नहीं था। महिला की अंत्येष्टि के लिए जब आसपास का कोई व्यक्ति महिला की मदद को आगे नहीं आया तो पुलिस को अंतिम संस्कार करवाना पड़ा। कोतवाली पुलिस ने बताया कि प्रेम विहार कॉलोनी श्यामपुर में मोहन सिंह और उनकी 75 वर्षीय पत्नी बबीता रावत मकान में अकेले रहते थे। उनकी पत्नी की कोरोना से मौत हो गई। उन दोनों के अलावा घर में नहीं कोई नहीं हैं। उनका इकलौता बेटा था, जिसकी काफी समय पहले मौत हो गई। बेटी भी थी, लेकिन उससे लंबे समय से कोई संपर्क नहीं है। वे आर्थिक रूप से भी कमजोर है। लिहाजा पत्नी का अंतिम संस्कार कराने में भी असमर्थ थे। आस-पड़ोस के लोग भी कोरोना संक्रमण के डर से उनकी मदद को आगे नहीं आए। बुजुर्ग की बात सुनकर चौकी प्रभारी श्यामपुर शांति प्रसाद चमोली अपने सिपाहियों के साथ उनके घर पहुंचे। इसके बाद एंबुलेंस का इंतजाम किया। शव को लक्कड़घाट स्थित श्मशान ले जाया गया। पुलिस ने खुद चिता सजाई। इसके बाद पुलिस के सिपाही ने उनकी चिता को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार धार्मिक रिति रिवाज के साथ संपन्न किया। चौकी प्रभारी शांति प्रसाद चमोली ने बताया की अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा पुलिस ने स्वयं किया।