उज्जैन नाबालिग कांड पर गर्माई सियासत, राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने भाजपा सरकार को घेरा
उज्जैन, एजेंसी। मध्यप्रदेश के उज्जैन में दिल्ली के निर्भया जैसा दुष्कर्म कांड सामने आने के बाद सियासत भी गर्मा गई है। मामले में राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने आक्रोश जताया है।
बता दें कि महाकाल की नगरी उज्जैन में दिल्ली के निर्भया जैसा दुष्कर्म कांड सामने आया है। दुष्कर्म के बाद नाबालिग के प्राइवेट पाट्र्स को नुकसान पहुंचाया गया। ढाई घंटे तक वह अर्धनग्न अवस्था में महाकाल की नगरी में घूमती रही। किसी ने मदद तक नहीं की। मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी कर नाराजगी जाहिर की है और प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा कि मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए। साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है। न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार – आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है – चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।
मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी सीएम शिवराज से सवाल पूछे हैं। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ अत्यंत क्रूरतापूर्ण दुराचार का मामला देखकर रूह कांप जाती है। 12 साल की बेटी के साथ जिस तरह का दुष्कृत्य हुआ और जिस तरह से वह अद्र्धनग्न अवस्था में शहर के कई इलाकों में भागती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, उससे मानवता शर्मसार हो जाती है। ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है। मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या आप सिर्फ चुनाव ही लड़ते रहेंगे और झूठी घोषणाएं ही करते रहेंगे?क्या आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी बेटियों की तस्वीरों से पूरे मध्य प्रदेश के होर्डिंग भर देंगे, लेकिन मासूम बेटियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देंगे? जिस बेटी के साथ यह दरिंदगी हुई क्या वह लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना नहीं है? मुख्यमंत्री जी उज्जैन में पहले भी दो छोटी बच्चियों के साथ क्रूरतापूर्ण दुष्कृत्य हुआ था। प्रदेश में ऐसी क्रूर घटनाओं की पुरावृत्ति बताती है कि मध्य प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो चुका है। मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री के होते हुए भी मुख्यमंत्री विहीन हो चुका है। अपराधी निरंकुश है और जनता परेशान है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और पीड़िता को समुचित उपचार के साथ ही एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान भी सामने आया है। उनका कहना है कि उज्जैन मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। एक संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया है। पूछताछ की जा रही है। जांच के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा का कहना है कि घटना दुखद है। दरिंदे को फांसी की सजा दी जाए। इस प्रकार की घटना दुर्भाग्य से भी दुर्भाग्य जनक है। किसी भी कीमत पर दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। कड़े से कड़े प्रावधान करेंगे। अपराधी कोई भी हो बच नहीं पाएगा।
मामले में पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा का कहना है कि मामले में जांच जारी है। किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। तकनीकी साक्ष्य एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर पुलिस पूछताछ कर रही है। बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। बालिका द्वारा अपने माता के संबंध में कोई भी विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। बालिका का उपचार विशेषज्ञ डॉक्टरों की मेडिकल टीम द्वारा किया जा रहा है।
महाकाल थाना क्षेत्र के मुरलीपुरा रोड पर सोमवार को एक नाबालिग बेसुध अवस्था में मिली थी, जिसके प्राइवेट पाट्र्स मे गंभीर चोट आई थी और उसे देखते ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता था कि वह किसी दरिंदगी का शिकार हुई है। यह नाबालिग सिंहस्थ बायपास मार्ग की कॉलोनी में लगभग ढाई घंटे तक अर्धनग्न हालत में भटकती रही लेकिन किसी ने भी इसकी मदद नहीं की लेकिन मुरलीपुरा केदंडी आश्रम के समीप जब वह पहुंची तो किसी ने 100 डायल पर इस बात की सूचना दी और महाकाल थाना पुलिस नाबालिक को तुरंत थाने ले आई क्योंकि नाबालिक खून से लथपथ थी। इसीलिए उसे तुरंत चरक अस्पताल ले जाकर मेडिकल करवाया गया जहां जब डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि की की बालिका के प्राइवेट पाट्र्स में गंभीर चोट आई है तो उसे तुरंत इंदौर अस्पताल भेजा गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसका ऑपरेशन किया गया है।