कोविड महामारी में परिवहन व्यवसायियों की दयनीय स्थिति
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी पर्वतीय महासंघ ने टैक्सी-मैक्सी वाहन स्वामी व चालको की समस्याओं के समाधान की मांग की है। महासंघ ने कहा कि पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। लेकिन किराए में बढ़ोत्तरी नहीं की जा रही है। कहा कि कोविड महामारी के दौर में परिवहन व्यवसाय खत्म-सा हो गया है। जिसमें टैक्सी-मैक्सी वाहन चालको व स्वामियों की सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति हुई है। उन्होंने सरकार से जल्द समस्याओं के समाधान की मांग की।
मुख्यालय पौड़ी में उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी पर्वतीय महासंघ के संरक्षक कोतवाल सिंह नेगी ने विधायक पौड़ी मुकेश कोली को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर संरक्षक नेगी ने बताया कि प्रदेश में निजी परिवहन बसें, सूमो, मैक्स, टैंपों, ऑटोरिक्शा, विक्रम आदि के स्वामी व चालको की कोविड काल में सबसे ज्यादा स्थिति दयनीय हुई है। सरकार को इनके दो साल का टैक्स माफ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि टैक्सी-मैक्सी वाहन स्वामियों व चालको के परिवारों पर आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। कहा हम एक ओर जहां बैंक की किश्तों की मार झेल रहे हैं, वहीं टैक्स का बोझ उनकी आर्थिकी को लगातार कमजोर कर रहा है। नेगी ने वाहनों की आयु सीमी तीन वर्ष बढ़ाए जाने के साथ ही सभी वाहनों के चालको को दो हजार व वाहन स्वामियों को पांच हजार की आर्थिक सहायता प्रतिमाह दिए जाने, एक साल तक बीमा नि:शुल्क करवाए जाने, वाहनों के सभी कागजों की समय सीमा दो साल बढ़ाए जाने की मांग की है। वहीं विधायक ने महासंघ को जल्द सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया।