म्यूनिख (जर्मनी),पुर्तगाल को यूईएफए नेशंस लीग दो बार जीतने वाला पहला देश बनते देखकर स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो रो पड़े. पुर्तगाल ने म्यूनिख में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में 2-2 से ड्रॉ के बाद स्पेन को पेनल्टी में 5-3 से हराया. पुर्तगाली स्ट्राइकर ने अपनी टीम के लिए दूसरा बराबरी का गोल किया, लेकिन चोट के कारण उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा.
कांटे के फाइनल मैच में, दोनों टीमों ने शुरू से ही आक्रामक तेवर दिखाए. स्पेन की ओर से मार्टिन जुबिमेंडी ने गोल करके मैच में बेहतरीन खेल दिखाया. लेकिन, 5 मिनट बाद नूनो मेंडेस ने पुर्तगाल को बराबरी दिलाने में मदद की. हालांकि, हाफटाइम के समय मिकेल ओयारजाबल ने बेहतरीन फिनिश करते हुए स्कोर 2-1 कर दिया.
दूसरे हाफ के 15 मिनट बाद आखिरकार सुपरस्टार रोनाल्डो ने एक्शन दिखाया और उन्होंने अपने करियर का 938वां गोल करके मैच को 2-2 से बराबर कर दिया. नियमित समय में रोनाल्डो के लंगड़ाते हुए बाहर जाने के बावजूद, पुर्तगाल ने अतिरिक्त समय में दबाव बनाया. हालांकि, दोनों टीमें नियमित समय में जीत दर्ज करने में विफल रहीं और मैच पेनल्टी में चला गया. अंत में पुर्तगाल की 5-3 से जीत सुनिश्चित करने वाले निर्णायक पेनल्टी पर रूबेन नेवेस ने गोल किया.
रोनाल्डो को मांसपेशियों में खिंचाव के कारण 88वें मिनट में बाहर होना पड़ा. अपने शानदार करियर की तीसरी इंटरनेशनल ट्रॉफी जीतने पर वह खुशी मनाने के लिए मैदान पर दौड़े और फिर फूट-फूट कर रोने लगे. बता दें कि, यह रोनाल्डो की दूसरी यूईएफए नेशंस लीग जीत थी और उन्होंने 2016 में यूरो कप भी जीता था.
रोनाल्डो ने मैच के बाद स्पोर्ट टीवी से बात करते हुए कहा, कितनी खुशी की बात है. सबसे पहले इस पीढ़ी के लिए, जो इस तरह के खिताब की हकदार थी, हमारे परिवारों के लिए. मेरे बच्चे यहां आए, मेरी पत्नी, मेरा भाई, मेरे दोस्त. पुर्तगाल के लिए जीतना हमेशा खास होता है. मेरे पास क्लबों के साथ कई खिताब हैं, लेकिन पुर्तगाल के लिए जीतना इससे बेहतर कुछ नहीं है. यह आंसू हैं. यह कर्तव्य का निर्वहन है और बहुत खुशी है.
उन्होंने कहा, जब आप पुर्तगाल के बारे में बात करते हैं, तो यह हमेशा एक खास एहसास होता है. इस पीढ़ी का कप्तान होना गर्व का स्रोत है. एक राष्ट्रीय टीम में खिताब जीतना हमेशा शिखर होता है.
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