पुस्तकों के अध्ययन से आएगी सकारात्मकता : नौटियाल
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के बिड़ला परिसर स्थित केंद्रीय पुस्तकालय में दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ हो गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल व प्रति कुलपति प्रो. आरसी भट्ट ने किया। इस मौके पर कुलपति प्रो. नौटियाल ने पुस्तक प्रदर्शनी को फैकल्टी एवं छात्र-छात्राओं के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि पुस्तकें व्यक्ति के अंदर सकारात्मक प्रवृत्ति पैदा करती हैं। कहा नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में काफी परिवर्तन हुआ है। इस दृष्टि से यह पुस्तक प्रदर्शनी लाभदायक है। कहा धीरे-धीरे पुस्तकें पढ़ने की आदत छूटती जा रही है। यदि पुस्तक सामने होगी तो पढ़ने की रूचि पैदा होगी। उन्होंने कहा कि ई-रिसोर्सेस में वह बात नहीं होती जो किताब को देखकर आकर्षण आता है। लाइब्रेरी कमेटी की कोर्डिनेटर प्रो. इंदू पांडेय ने कहा कि पुस्त्क प्रदर्शनी नियमित क्रियाकलापों में शामिल है। कोविड के कारण हम पिछले वर्षों इसे नहीं कर पाए। पुस्तकें सबसे अच्छी मित्र होती हैं। पुस्तक प्रदर्शनी ऐसा प्लेटफार्म है जह हम शैक्षणिक मित्र को प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं। प्रकाशकों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्रदर्शनी में पुस्तकें उपलब्ध कराने को कहा है। केंद्रीय पुस्तकालय के अध्यक्ष डा. एमएस राणा ने कहा कि हमारे पास 100 प्रकाशक पंजीकृत हैं। कहा पुस्तक प्रदर्शनी में करीब 20 हजार पुस्तकें रखी गई हैं। जिनकी कीमत करीब 15 करोड़ है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक प्रदर्शनी के माध्यम से छात्रों को बेहतर लाभ मिलेगा। इस मौके पर चौरास परिसर पुस्तकालय के प्रभारी नरेंद्र झिल्डियाल, पवन बिष्ट, मुख्य नियंता प्रो. बीपी नैथानी, डीएसडब्ल्यू प्रो. एमएस नेगी, मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रो. दीपक कुमार, प्रो. हिमांशु बौड़ाई, प्रो. मोनिका गुप्ता, डा. कपिल पंवार, डा. गांधी चौहान आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)