देहरादून। प्रदेश के दुर्गम एवं दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के लिए सरकार जरूरत के अनुसार अस्पतालों में डॉक्टरों के साथ ही नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ बढ़ाएगी। इसके लिए आईपीएचएस मानकों के तहत विशेष परिस्थितियों में छूट दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। दरअसल, राज्य के कई क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सीएचसी और जिला अस्पताल काफी दूर-दूर हैं। ऐसे में कई बार बड़ी आबादी को परेशानी होती है और लगातार नए-नए क्षेत्रों में अस्पताल व स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग उठ रही है। लेकिन आईपीएचएस मानकों के तहत स्वास्थ्य इकाइयों का पैमाना तय होने की वजह से नए केंद्र खोलने में दिक्कतें पेश आ रही है। इसे देखते हुए अब सरकार आम लोगों की जरूरतों का देखते हुए आईपीएचएस मानकों के दायरे में रहकर सुविधाओं को बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने विभाग के अधिकारियों को इस संदर्भ में कार्य करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत अस्पतालों में जरूरत के अनुसार सभी सुविधाओं के विकास पर फोकस किया जाना है।
सरकार ने राज्य के अस्पतालों की स्थिति में सुधार के लिए गैप एनालिसिस कराया है। उसके तहत स्वास्थ्य सेवाओं में जो भी कमियां या नई जरूरत है उसके अनुसार सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इस संदर्भ में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। सरकार का फोकस स्वास्थ्य सेवाओं के विकास पर है और उसके लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। – डॉ धन सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री