पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स ने यूपीसीएल मुख्यालय पर प्रदर्शन कर जताया विरोध
देहरादून। उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन ने यूपीसीएल मैनेजमेंट पर पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स के प्रमोशन लटकाने का आरोप लगाया। मैनेजमेंट की भूमिका को संदिग्ध करार देते हुए मुख्यालय पर प्रदर्शन कर विरोध जताया। मुख्यालय पर विरोध दर्ज कराने के दौरान केन्द्रीय महासचिव पवन रावत ने कहा कि प्रबंधन सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता के पदों पर वरिष्ठता सूची का विवाद बताकर प्रमोशन नहीं कर रहा है। जबकि हकीकत ये है कि किसी भी न्यायालय ने प्रमोशन को लेकर कोई स्टे नहीं दिया है। इसके बावजूद एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य एसपी कुड़ियाल को बिना प्रमोशन ही रिटायर होना पड़ा है। वरिष्ठता सूची में उनसे जूनियर को जरूर प्रमोशन का लाभ दे दिया गया। समय पर एसीआर जमा कराने के बाद भी प्रमोशन नहीं किया गया। इसके विरोध में आंदोलन तेज होगा।
केन्द्रीय अध्यक्ष जेसी पंत ने कहा कि प्रबंधन हठधर्मिता पर अड़ा है। पहले सही वरिष्ठता सूची जारी करने की बजाय बेवजह वरिष्ठता सूची का विवाद खड़ा किया जा रहा है। प्रबंधन की भूमिका निष्पक्ष नहीं है। जूनियर इंजीनियर संवर्ग के साथ एकतरफा पक्षपातपूर्ण कार्यवाही की जा रही है।
कहा कि जल्द शासन स्तर पर उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाए। ताकि तीनों निगमों में सेवा नियमावली का एक जैसा क्रियान्वयन हो। वर्ष 2018 में जिन सहायक अभियंताओं के प्रमोशन एसीआर की वजह से रह गए, उनके प्रमोशन 2018 से ही किए जाएं। मानव संसाधन विभाग में इंजीनियरों के स्थान पर कार्मिक और विधि विशेषज्ञों की तैनाती की जाए। 15 फरवरी तक मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने पर 16 फरवरी को ऊर्जा भवन मुख्यालय पर धरना होगा।
विरोध जताने वालों में जीएन कोठियाल, एसपी कुड़ियाल, रविन्द्र सैनी, केडी जोशी, सुनील पोखरियाल, रामकुमार, आलोक चौहान, शशिकांत, राहुल अग्रवाल, संतोष बड़ोनी, नवनीत चौहान, विमल कुलियाल, मनोज कंडवाल, मनोज रावत, प्रमोद भंडारी, मनीष पांडे, राजीव खर्कवाल, संजय कुमार, गजेन्द्र चौहान, हरीश बल्लभ, अंशुल ध्यानी, शीतल सैनी, सपना, विक्रम राणा, सन्तोष डबराल, पंकज थपलियाल, विनीत गुप्ता, बबलू सिंह आदि मौजूद रहे।