विकासनगर(। पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बारिश का असर सीधे तौर पर पछुवादून के जल विद्युत गृहों पर पड़ रहा है। रविवार को टौंस में भारी मात्रा में गाद आने के कारण छिबरो और खोदरी परियोजनाओं में उत्पादन ठप रहा। दोपहर एक बजे से बंद हुई इन परियोजनाओं में देर रात तक भी बिजली उत्पादन शुरू नहीं हो पाया। टौंस के ऊपरी कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश से सिल्ट अधिक मात्रा में आ रहा है। सिल्ट के कारण 240 मेगावाट के छिबरो व 120 मेगावाट की खोदरी जल विद्युत गृह में दोपहर एक बजे से उत्पादन बंद हो गया। हालांकि अन्य चार परियोजनाओं में उत्पादन जारी है। सिल्ट की मात्रा बढ़ने से इसी माह आठ बार परियोजनाओं में उत्पादन प्रभावित हो गया है। जबकि जुलाई माह में दो बार सभी छह परियोजनाओं में उत्पादन घटों बंद रहा था। पछुवादून में छह जलविद्युत परियोजनाएं हैं। जिनमें छिबरो और खोदरी टोंस नदी पर हैं, जबकि अन्य चार परियोजनाएं यमुना पर बनी हुई हैं। यूजेवीएनएल के प्रवक्ता विमल डबराल ने बताया कि लगातार हो रहे भारी बारिश के कारण टौंस में भारी मात्रा में सिल्ट की मात्रा बढ़ गई है, जिससे बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है। रविवार को छिबरो और खोदरी परियोजना में दोपहर एक बजे से उत्पादन बंद हो गया था। सिल्ट की सफाई होने के बाद उत्पादन शुरु हो जाएगा।