प्रदेश के हर ब्लॉक में बनेगा संस्कृत ग्राम : डॉ. धन सिंह
हल्द्वानी। भारत अध्ययन केंद्र काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी, आर्यावर्त शोध संस्थान देवभूमि विचार मंच उत्तराखंड, और संस्कृत भारती के तत्वावधान में सात दिनी ऑनलाइन राष्ट्रीय कार्यशाला शनिवार शुरू हो गई है। विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के हर ब्लॉक में एक संस्कृत गांव की स्थापना होगी। अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के कुलाधिपति प्रो. कमलेश त्रिपाठी ने कहा कि संस्कृत भारत की भाषा नहीं, बल्कि सारे भूखंड की भाषा है। यूनान से दक्षिण अफ्रीका के तट पर इसका प्रभाव है। आधुनिक भारतीय भाषा से ही संस्कृत का विस्तार है। संस्कृत भारती के संगठन मंत्री दिनेश कामत ने कहा कि संस्कृत में अभी बहुत सारी संभावनाएं हैं। राष्ट्रगान का उदाहरण देते कहा कि जन गण मन अधिनायक में सारे शब्द संस्कृत के ही हैं। अध्यक्षता यूओयू के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने की। यहां डॉ. सूर्यभान सिंह, प्रो. सोनू, डॉ. नंदन तिवारी, डॉ. नीरज जोशी, डॉ. प्रभाकर पुरोहित, डॉ. गगन सिंह, डॉ. जटाशंकर तिवारी, डॉ. रश्मि पंत आदि रहे।