प्रदेश में जंगलों में आग की अफवाहों से मची खलबली, सीएम से लेकर वन मंत्री ने बताया गलत
संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में गर्मी बढ़ने से अचानक फारेस्ट फायर भड़कने और भारी नुकसान की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल होने से खलबली मच गई है। सरकार और विभाग ने इन खबरों को फर्जी बताकर लोगों से इन पर भरोसा ना करने की अपील की। नौबत यहां तक आ गयी कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने खुद ट्वीट कर सोशल मीडिया पर चल रही फारेस्ट फायर की खबरों,फोटो और वीडियो को पुरानी और विदेशी बताया। कहा कि लोग इस तरह की अफवाहें ना फैलाये। वहीं वन मंत्री डॉ हरक सिंह ने भी इसे गलत बताते हुए कहा कि अभी तक राज्य में मात्र 88 घटनाएं हुई जिनमे 110 हैक्टेयर जंगल जले। वाइल्डलाइफ का कोई नुकसान नहीं हुआ। वहीं पीसीसीएफ जयराज ने कहा की सोशल मीडिया पर इस गलत प्रचार से विभाग और राज्य की छवि खराब हो रही है। उन्होंने सीसीएफ डॉ पराग मधुकर धकाते को विभाग का सोशल मीडिया प्रभारी नियुक्त किया।वे इस तरह की अफवाहों पर नज़र रखेंगे।
ऐसे लोगों पर मुकदमे के आदेश
डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने भी सोशल मीडिया पर ऐसी खबरों को अफवाह बताया। उन्होंने सभी जिला प्रभारियों को सोशल मीडिया मोनिटरिंग कर किसी अफवाह फैलाने वालों पर मुकदमे के निर्देश दिए।
इस तरह की अफवाहों से राज्य और सरकार की छवि खराब होगी। ऐसी पुरानी और भ्रामक खबरें क्यों सोशल मीडिया पर प्रचारित की जा रही है ये पता लगाया जा रहा है। लोग इनपर भरोसा ना करें। राज्य की वन संपदा पूरी तरह सुरक्षित और विभाग मुस्तैद है। -डॉ हरक सिंह रावत, वन मंत्री