प्राधिकरण के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन
अल्मोड़ा। जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग तेज हो गई है। सर्वदलीय संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने डीडीए को जल्द समाप्त करने का शासनादेश जारी करने की मांग की। साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। मंगलवार को समिति के संयोजक व पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि आज से साढ़े तीन वर्ष पूर्व प्रदेश की भाजपा सरकार ने तुगलकी फरमान से पूरे प्रदेश की जनता की जनभावनाओं के विरुद्ध पूरे उत्तराखंड में जनविरोधी जिला विकास प्राधिकरण लागू कर दिया। इससे पूरे प्रदेश की जनता परेशान है। मुख्यमंत्री ने जो प्राधिकरण स्थगित करने की घोषणा अल्मोड़ा में की थी। उसका अभी तक शासनादेश भी जारी नहीं होने से जनता में रोष है। पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि सबसे पहले तो भाजपा की प्रदेश सरकार ने बिना पर्वतीय क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति का अध्ययन किये समूचे उत्तराखंड में मनमाने तरीके से जिलास्तरीय विकास प्राधिकरण लागू कर दिया। उसके बाद से ही जबकि समूचे पर्वतीय क्षेत्र की जनता इस प्राधिकरण का विरोध कर रही है। तब भी भाजपा सरकार प्राधिकरण के मुद्दे पर जनता को केवल आश्वासन दे रही है। उन्होंने कहा कि जब तक जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को पूरी तरह समाप्त कर इसका शासनादेश जारी नहीं कर दिया जाता तब तक समिति का धरना जारी रहेगा।
ये लोग रहे मौजूद: सभासद हेम तिवारी, हर्ष कनवाल, चन्द्रमणि भट्ट, महेश आर्या, चंद्रकांत जोशी, ताराचंद साह, कांग्रेस जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक, प्रताप सत्याल, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, एनडी पांडे, ललित मोहन पंत, पीएस बोरा, एमसी कांडपाल, चंद्रशेखर सिराड़ी, दिनेश जोशी समेत विभिन्न संगठनों के लोग मौजूद रहे।