प्रशासन की टीम गई घर खाली कराने, लोगों ने किया विरोध
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड 37 पश्चिमी झंडीचौड़ की प्रेमनगर बस्ती में चार परिवारों के घर खाली कराने गई प्रशासन की टीम को लोगों का विरोध झेलना पड़ा। लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के इस दौर में उन्हें बेघर किया जा रहा है। वह संकट की इस घड़ी में कहा जायेगें। उन्होंने कहा कि उन्हें घर खाली कराने के लिए कुछ दिनों की मोहल्ल दी जानी चाहिए। जिस पर प्रशासन ने उन्हें 5 अक्टूबर तक का समय घर खाली करने के लिए दिया है।
वार्ड नंबर 37 पश्चिमी झंडीचौड़ की प्रेम नगर बस्ती में सोमवार को नायाब तहसीलदार, क्षेत्रीय पटवारी के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम पहुंची। मौके पर स्थानीय पार्षद सुखपाल शाह को बुलाया गया। पार्षद सुखपाल शाह ने कहा कि यह परिवार 15 से 20 साल से यहां पर रह रहे है। वर्तमान में प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी में गरीब परिवारों को बेदखल किया जा रहा है जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी झंडीचौड़ क्षेत्र से काफी लोग सिगड्डी ग्रोथ सेंटर में नौकरी करते है, जिसमें से काफी लोग कोरोना संक्रमित हुए है। ऐसी स्थिति में प्रशासन इन वार्ड के परिवारों को बेदखल कर रहा हैं, जबकि मामला कोर्ट में चल रहा है। इस तरह से घर से बेदखल किया जाना उचित नहीं है। पार्षद सुखपाल शाह ने एसडीएम और प्रभारी तहसीलदार कोटद्वार से फोन पर वार्ता कर मामले की जानकारी दी। सूचना पर प्रभारी तहसीलदार तुरन्त मौके पर पहुंचे। प्रभारी तहसीलदार विकास अवस्थी ने बताया कि पश्चिमी झंडीचौड़ की प्रेम नगर बस्ती में चार परिवारों की बेदखली के आदेश आये है। राजस्व विभाग की टीम उक्त परिवारों के घर को खाली कराने गई थी। उन्होंने बताया कि परिवारों के आग्रह पर घर खाली करने के लिए उन्हें 5 अक्टूबर तक का समय दिया गया है।
पार्षद सुखपाल शाह ने बताया कि वार्ड नंबर 37 के जूनियर प्राथमिक विद्यालय के पीछे करीब आठ से दस बीघा केसर हिंद भूमि तक भू माफियाओं के कब्जे में है। इस मामले में उन्होंने लगभग 18 माह पूर्व उपजिलाधिकारी कोटद्वार, जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल से शिकायत की थी, लेकिन अभी तक प्रशासन ने उक्त जमीन को अपने कब्जे में नहीं लिया है। उक्त भूमि को हाईस्कूल भवन के लिए प्रस्तावित किया गया था। (