प्रतिशोध दिवस पर महिलाओं ने धरना दिया
-महिलाओं की सुरक्षा के लिए सुरक्षा एंजेसियों को मजबूत करने की मांग
अल्मोड़ा। महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन अंतराष्ट्रीय दिवस को अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति से जुड़ी महिलाओं ने प्रतिशोध दिवस के तौर पर मनाया। समिति से जुड़ी महिलाओं ने गांधी पार्क में धरना दिया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सुरक्षा एंजेसियों को मजबूत करने की मांग की। इस मौके पर वक्ताओं ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारें आरएसएस के एजेंट पर चल रही है। दलितों, अनुसूचित जाति, जन जाति, अल्पसंख्यक महिलाओं के प्रति दोष की भावना रख उनके साथ भेदभाव कर अवमानवीय व्यवहार कर रही है। कहा कि आज देश में महिलाओं विशेषकर युवतियों पर आए दिन अपहरण, हत्या, दुष्कर्म, छेड़खानी की घटनाएं बढ़ रही है। पर राजनैतिक संरक्षण के साथ ही कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। अपराधी बैखोफ घूम रहे है। सुरक्षा एजेसियां पूरी अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल हो रही है। ऐसे में सरकार की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा जुमला साबित हो रहा है। वक्ताओं ने अनुसूचित जाति, जन जाति, अल्पसंख्यक महिलाओं में यौन अपराधों पर सरकार की उदासीनिता पर रोष व्यक्त किया। बीते दिनों बागेश्वर में हुई घटना के विरोध में जल्द दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग कर महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों को रोकने की मांग की। यहां जिला सचिव राधा नेगी, सुनीता पांडे, हीरा देवी, जया पांडे, भानु पांडे, समेत कई अन्य महिलाएं मौजूद रही।