ऐतिहासिक दशहरा महोत्सव के लिए पुतलों की तैयारियां जोरों पर
अल्मोड़ा। नगर में दशहरा महोत्सव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। दशहरा पर्व के लिए नगर में रावण कुल के 16 पुतले बनेंगे। पुतला समितियों ने पुतलों का निर्माण शुरू कर दिया है। विजयदशमी पर 12 अक्टूबर को नगर में पुतलों का जुलूस निकलेगा। नगर का दशहरा पर्व मशहूर है। दशहरा नजदीक आते ही नगर में पुतला समितियों ने रावण कुल के पुतलों का निर्माण शुरू कर दिया है। नगर में 16 पुतले बनाएं जा रहे हैं। लाला बाजार में रावण, पल्टन बाजार में मेघनाद, कारखाना बाजार में अक्षय कुमार, राजपुरा में मकरासुर, चौघानपाटा में खर, टम्टा मोहल्ला में मारीच, थाना बाजार में दूषण, मल्ला राजपुरा में कुंड, बाड़ीबगीचा में शुंभासुर, ताम्रनगरी में विरत, कर्नाटक खोला में दुष्यंत, दुगालखोला में धूम्राक्ष, आफिसर कालोनी में त्रिसरा, दुगालखोला में नरांतक, हुक्का क्लब में ताड़िका, राजपुरा में देवातंक के पुतले का निर्माण किया जा रहा है। ट्राली, वाहन सहित पुतलों की अधिकतम ऊंचाई 14 फिट निर्धारित की गई है।
कलात्मक होते हैं रावण कुल के पुतले
नगर में बनने वाले रावण परिवार के पुतलों को कलाकार इतना कलात्मक बनाते हैं कि ये जीवंत लगते हैं। दशहरा पर हर कोई पुतलों के साथ फोटो, सेल्फी खिंचवाने को बेताब रहता है। पुतलों को नए वस्त्र पहनाने के साथ ही उनका आकर्षक रूप सज्जा की जाती है। कलाकार बड़ी तन्मयता के साथ इन पुतलों का निर्माण करते हैं।
रावण परिवार के कुल 16 पुतले बनाए जा रहे हैं। विजयदशमी पर सभी पुतले टैक्सी स्टैंड के निकट एकत्रित होंगे। यहां से मुख्य बाजार होते हुए पुतलों का जुलूस निकलेगा। एसएसजे विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के समीप पुतला दहन किया जाएगा।
-अजीत सिंह कार्की, अध्यक्ष दशहरा महोत्सव समिति अल्मोड़ा।