चम्पावत और पौड़ी के शिक्षक के समर्थन में उतरे प्राथमिक शिक्षक
हल्द्वानी। पहले चम्पावत और अब पौड़ी में शिक्षक पर हुई विभागीय कार्रवाई को एकतरफा करार देते हुए प्राथमिक शिक्षक संगठन ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। चेताया है कि यदि भविष्य में शिक्षकों के खिलाफ उत्पीड़न की कार्रवाई होती है तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।मामले में उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन नैनीताल का कहना है कि वर्तमान में आए दिन विभागीय अधिकारी सस्ती लोकप्रियता बटोरने के चक्कर में शिक्षकों के खिलाफ उत्पीड़नात्मक कार्रवाई कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीते दिनों चम्पावत जिले में एक आकस्मिक घटना के कारण शिक्षक का निलंबन कर दिया गया। जबकि, उस प्रकरण में शिक्षक कहीं से भी दोषी नहीं था। इसी तरह अब पौड़ी में एक कर्मठ शिक्षिका को विभागीय कार्य में होने के बावजूद बिना कारण बताओ नोटिस के एकतरफा निर्णय लेकर निलंबित कर दिया गया है। जिलाध्यक्ष मनोज तिवारी, जिला मंत्री डिकर सिंह पडियार, कोषाध्यक्ष मदन मोहन बिष्ट ने इस तरह के मामलों में सभी जिलों के संगठनों से एकजुट होकर पुरजोर विरोध करने का आह्वान किया है। कहा कि उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन नैनीताल मांग करता है कि भविष्य में यदि किसी अधिकारी के द्वारा बिना कर्मचारी आचरण सेवा नियमावली को ध्यान में रखे किसी भी शिक्षक के खिलाफ कोई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की जाती है तो उसका हर स्तर पर विरोध होगा।