प्रधानमंत्री के सवालों का राहुल भी परेड मैदान से देंगे जवाब
-गत चार दिसंबर को प्रधानमंत्री ने परेड मैदान से किया था जनता को संबोधित
-विपक्ष पर दागे थे कई सवाल, अब कांग्रेस भी कर रही जवाब देने की तैयारी
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : भाजपा की ओर से आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली का जवाब कांग्रेस परेड मैदान से ही देगी। 16 दिसंबर को दून में होने वाली जनसभा के लिए कांग्रेस ने भी परेड मैदान को चुना है। चार दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी परेड मैदान में रैली कर चुके हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बताया कि परेड मैदान के लिए प्रशासन से आवेदन कर दिया गया है। साथ ही जनसभा की तैयारियों को शुरू कर दिया गया है।
कांग्रेस वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में भारत की जीत की याद में इंदिरा प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान समारोह आयोजित कर रही है।16 दिसंबर का कार्यक्रम इस श्रृंखला की अंतिम कड़ी है। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने रैली की तैयारियों को लेकर गोदियाल और पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ चर्चा की। यादव ने बताया कि जनसभा की तैयारी के लिए आठ दिसंबर को बैठक की जा रही है। इसमें जनसभा का खाका तय कर दिया जाएगा। राहुल गांधी की जनसभा का कार्यक्रम तय हो चुका है। निसंदेह यह जनसभा ऐतिहासिक होगी, पीएम की रैली सत्ता की रैली थी और कांग्रेस की जनसभा जनता की सभा है।
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प्रधानमंत्री अब 24 को हल्द्वानी में करेंगे रैली
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देहरादून में हुई विजय संकल्प रैली से उत्साहित भाजपा अब कुमाऊं मंडल की रैली पर फोकस करने जा रही है। प्रधानमंत्री 24 दिसंबर को कुमाऊं क्षेत्र के हल्द्वानी में रैली करेंगे। हल्द्वानी में प्रधानमंत्री की यह पहली रैली है। देहरादून की रैली से गढ़वाल मंडल में माहौल बनाने के बाद पार्टी की कोशिश अब कुमाऊं मंडल को साधने पर है। इतना ही नहीं, प्रदेश भाजपा ने राष्ट्रीय नेतृत्व से विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद राज्य के पांचों लोकसभा क्षेत्रों में प्रधानमंत्री की एक-एक जनसभा का कार्यक्रम निर्धारित करने का आग्रह भी किया है। इस पहल से पार्टी राज्य में अपनी स्थिति और मजबूत करने का प्रयास करेगी।
यह किसी से छिपा नहीं है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से उत्तराखंड में नमो मैजिक भाजपा की विजय यात्रा में एक बड़ा फैक्टर रहा है। तब से वर्ष 2019 तक के सभी चुनावों में राज्य में भाजपा अजेय रही है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में तो पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल कर इतिहास रचा था। अब पार्टी के सामने चुनौती ऐसा ही प्रदर्शन अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में दोहराने की है। इसके मद्देनजर पार्टी ने फील्डिंग सजाई है, लेकिन वह यह भी जानती है कि नमो फैक्टर उसकी जीत की राह को और सुगम बनाएगा।