देहरादून। प्रधानाचार्य भर्ती समर्थक शिक्षक मंच ने सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को जल्द शुरू करने की मांग की। मंच का कहना है कि वर्तमान में कोर्ट केस और विवादों की वजह से प्रमोशन प्रक्रिया जितनी पेचीदा हो चुकी है, उसमें प्रमोशन के जरिए तो इंटर कालेजों को अगले पांच साल तक भी प्रधानाचार्य नहीं मिल पाएंगे। शुक्रवार को मीडिया को जारी बयान में मंच के के संयोजक डॉ. कमलेश कुमार मिश्रा ने कहा कि प्रधानाचार्य भर्ती नियमावली को विधायी विभाग से मंजूरी के बाद उसे जल्द कैबिनेट में लाकर मंजूर किया जाना चाहिए। इस भर्ती प्रकिया में एलटी शिक्षकों का शामिल होना भी स्वागतयोग्य कदम है। इससे ज्यादा से ज्यादा शिक्षकों को विभागीय सीधी भर्ती के जरिए प्रधानाचार्य बनने का अवसर मिलेगा।
मिश्रा ने कहा कि प्रधानाचार्य का पद प्रमोशन का पद रहा है। लेकिन, वर्तमान में प्रधानाचार्य पद पर प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी तरह से रूकी हुई है। इस वजह से प्रदेश के 90 फीसदी इंटर कालेज प्रधानाचार्यविहीन है। यदि हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन होते हैं तो उसके बाद भी प्रमोशन के आधार पर कुछ प्रतिशत पदों को भरने में पांच साल से ज्यादा और चाहिए होगा। इसलिए शिक्षा और छात्र हित में विभागीय भर्ती के जरिए प्रधानाचार्य की नियुक्ति किया जाना जरूरी है।
दूसरी तरफ, राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री रमेश चंद्र पैन्यूली ने कहा कि संघ भर्ती के जरिए प्रधानाचार्य के चयन का सख्त विरोध करेगा। यह पद शुरू से ही प्रमोशन का पद है। पिछले साल भी सरकार को इस भर्ती को स्थगित करना पड़ा है। अब यदि भर्ती को थोपा गया तो संघ फिर आंदोलन को मजबूर होगा।