देहरादून। प्रधानाचार्य विभागीय पदोन्नति परीक्षा समर्थक शिक्षक मंच ने राजकीय शिक्षक संघ को चेताया है। मंच ने कहा कि अगर किसी भी भर्ती समर्थक शिक्षक के खिलाफ संघ ने कार्रवाई की तो मंच से जुड़े सभी शिक्षक राजकीय शिक्षक संघ से त्यागपत्र दे देंगे। परीक्षा समर्थक मंच के प्रदेश संयोजक बृजेश पंवार ने कहा कि राजकीय विद्यालयों में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे पढ़ते हैं जो पूरी तरह से सरकारी स्कूलों की शिक्षा पर निर्भर हैं। ऐसे में अपने हितों के लिए उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करना ठीक नहीं है। मंच के प्रांतीय अध्यक्ष दिनेश पांडे का कहना है कि प्रधानाचार्य पदोन्नति परीक्षा सभी शिक्षकों के हित में है इस परीक्षा में अब 15000 से अधिक शिक्षकों को मौका मिल रहा है l राजकीय शिक्षक संघ दबाव बनाकर एलटी समायोजित शिक्षकों को अपने स्वार्थ के लिए जबरदस्ती आंदोलन में धकेल रहा है जबकि उनका प्रधानाचार्य पदोन्नति से कोई सीधा संबंध नहीं है l डॉ. कमलेश कुमार मिश्र ने कहा कि हम प्रधानाध्यापक के पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति के समर्थक हैं, हम प्रधानाचार्य के पदों पर भी शीघ्र पदोन्नति का समर्थन करते हैं, हम शिक्षकों की जायज मांगों को लेकर संगठन के साथ हैं लेकिन पदोन्नति परीक्षा का विरोध करना उचित नहीं है।
मंच ने चॉकडाउन हड़ताल को लेकर गूगल मीट कर फैसला लिया कि भर्ती समर्थक शिक्षक स्कूलों में पढ़ाते रहेंगे और अगर ऐसे किसी शिक्षक के खिलाफ संघ कार्रवाई करेगा तो सभी शिक्षक राजकीय शिक्षक संघ को छोड़ने के लिए मजबूर होंगे।