पंतनगर में प्रोग्रेसिव हर्टिकल्चर कनक्लेव शुरू
रुद्रपुर। पंतनगर विश्वविद्यालय में उद्यान विज्ञान विभाग, भारतीय औद्यानिकी अनुसंधान और विकास समिति (आईएसएचआरडी) की ओर से तीन दिवसीय प्रोग्रेसिव हार्टिकल्चर कनक्लेव का शुरू हो गया है। कनक्लेव में हिमाचल की तरह उत्तराखंड में भी गुणवत्तायुक्त सेब को विकसित करने पर जोर दिया गया। शुक्रवार को रतन सिंह सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति ड़ मनमोहन सिंह चौहान, मुख्य अतिथि असम षि विश्वविद्यालय के कुलपति ड़ बीसी डेका और ड़ वाईएसआर हार्टिकल्चर विश्वविद्यालय आंध्र प्रदेश के कुलपति ड़ टी जानकीराम ने किया। कुलपति ड़ चौहान ने कहा कि फल एवं सब्जी के गुणवत्तायुक्त उत्पादन से समाज में 20 प्रतिशत कुपोषण को दूर किया जा सकता है। उन्होंने हिमाचल की तरह ही उत्तराखंड में भी गुणवत्तायुक्त सेब को विकसित करने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने सामान्य शोध से इतर परिवर्तनात्मक शोध पर बल देने की बात कही। इस अवसर पर सोसायटी की तरफ से औद्यानिकी के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिकों को पुरस्त किया गया। सोसायटी के अध्यक्ष और प्रसिद्घ उद्यान वैज्ञानिक ड़ आरके पाठक ने जैविक षि आधारित शोध करने की बात कही। कार्यक्रम के समन्वयक ड़ एसके द्विवेदी ने कहा कि उद्यान विज्ञान के तकनीक रूपान्तरण पर जोर दिया जाए। इससे किसानों को गुणवत्तायुक्त उत्पादन मिल सके। विश्वविद्यालय के शोध निदेशक ड़ एएस नैन ने कहा कि उद्यान की महत्ता को देखते हुए पहाड़ी क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार कार्य किया जाना चाहिए। यहां विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, आमंत्रित वैज्ञानिक और शोधार्थी रहे।