हरिद्वार। उत्तराखंड जल निगम और उत्तराखंड जल संस्थान के संयुक्त मोर्चे ने जल कल अभियंता उत्तराखंड जल संस्थान में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों ने मोर्चे की दो सूत्रीय मांग पूरा करने की मांग सरकार से की। मांगें पूरी न होने पर अधिकारियों और कर्मचारियों ने योजनाबद्घ आंदोलन करने की चेतावनी दी।
मंगलवार को नगर निगम परिसर में जल कल अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड जल संस्थान के शाखा सचिव अमित कुमार ने बताया कि धरने के दौरान दो सूत्रीय मांगों पर चर्चा की गई। अधिकारियों की मांग है कि उत्तराखंड जल संस्थान और उत्तराखंड जल निगम का एकीकरण करते हुए राजकीयकरण किया जाए। यूएसएसडीए द्वारा एडीबी के माध्यम कराए जा रहे कार्यों को जल निगम और जल संस्थान को वापस किया जाए और संचालन जल संस्थान को दिया जाए। एडीबी के कार्यों की जांच एसआईटी के माध्यम से कराई जाए।
धरने प्रदर्शन के दौरान अधिशासी अभियंता मीनाक्षी मित्तल, सहायक अभियंता राजेश चौहान, गोविंद प्रसाद गैरोला, अशोक हरदयाल, धन सिंह नेगी, प्रवीण सैनी, रघुवीर सिंह़ संजय शर्मा, कुलदीप सैनी, भूपेंद्र कुमार, जगत सिंह, नरेंद्र राजपूत, नत्थी सिंह, कुमार गौरव, शलभ मित्तल, अक्षय कुमार, शिव शर्मा, मिनाक्षी आर्या, बैजयंती, आराधना वशिष्ठ, रामसिंह, गगन, हरिओम, आरसी बरमाड़ा, अंजली पड़लिया, प्रशांत कोठारी आदि मौजूद रहे।