देहरादून। यूटीयू सॉफ्टवेयर घोटाले में कुलपति डॉ. ओमकार यादव के साथ मिली भगत एवं अंदर खाने शह दिए जाने का आरोप लगाते हुए एनएसयूआई ने गुरुवार को तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल के यमुना कॉलोनी स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन किया और मंत्री का पुतला जलाया। छात्र नेताओं का आरोप है कि शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल यूटीयू कुलपति डॉ. ओमकार सिंह का कार्यकाल 3 वर्ष के लिए पुन: बढ़ाने के लिए अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विवि में चल रहे फर्जी डिग्री जांच प्रकरण, भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनिमिताओं की शिकायतों को लेकर डीएवी छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में छात्र पिछले छह माह से सड़कों पर आंदोलनरत हैं। छात्रों ने यूटीयू सॉफ्टवेयर घोटाले की जांच में तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल पर ढुल मुल रवैये का आरोप लगाया है। गुरुवार को नाराज छात्रों ने तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल के आवास पहुंचकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी करने के साथ उनका पुतला दहन कर मंत्री सुबोध उनियाल के इस्तीफे की मांग की। छात्रों ने कुलपति डॉ. ओमकार यादव पर बड़बोलेपन बयानबाजी का भी आरोप लगाया। गौरतलब है कि, हाल ही में तकनीकी शिक्षा सचिव की जांच के दौरान विवि में सॉफ्टवेयर विकास के नाम पर करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया था। बताया जा रहा है कि विवि अधिकारियों ने लखनऊ स्थित एक कंपनी के साथ अनुबंध करके एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग और यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर का निर्माण कराया। विवि में सॉफ्टवेयर विकास के नाम पर करोड़ों रुपये के घोटाले की जांच के लिए बीते 5 मई को पांच सदस्यीय कमेटी गठित किए जाने का निर्णय लिया गया। जांच समिति गठित करने के बाद समिति को 15 दिनों का समय भी दिया गया था। 9 दिन बाद यानी 14 मई को आईएएस नितिका खंडेलवाल को निदेशक आईटीडीए पद से हटा दिया गया। इसके बाद यह जांच फिलहाल लटकती हुई नजर आ रही है। मौके पर सौरभ सेमवाल, स्वयं रावत, मयंक रावत, मंथन, आकाश, आर्यन, नितिन आदि कई एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद रहे। आठ करोड रिकवरी के लिए ईडी की मदद की मांग डीएवी छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि अधिकारियों की मिली भगत से ये विवादित सॉफ्टवेयर अभी भी जारी है। विवि में छात्रों का उत्पीडन अनिमिताताओं का दौर जारी है। छह माह से कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कुलपति के साथ ही परीक्षा नियंत्रक डॉ. वीके पटेल को भी तुरंत बर्खास्त करने और 8 करोड रुपये रिकवरी के लिए ईडी की मदद लेने की मांग की है।