बीडीसी बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों के न आने पर भड़के जनप्रतिनिधि
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर : विकासखंड खिर्सू की बीडीसी बैठक क्षेत्र पंचायत प्रमुख भवानी गायत्री की अध्यक्षता में आहुत की गई। बैठक में विभिन्न विभागों से जिला स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के उपस्थित नहीं होने पर जनप्रतिनिधियों ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया और बीडीसी बैठक स्थगित करनी पड़ी। बैठक में सर्वसम्मति से अनुपस्थित अधिकारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर डीएम को पत्र भेजकर इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
गुरुवार को विकासखंड खिर्सू की बैठक में क्षेत्र पंचायत प्रमुख भवानी गायत्री ने कहा कि पिछली बैठक में जिले के विभिन्न विभागों को अवगत कराया गया था कि अगली बैठक में सभी अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य है, बावजूद कर्मचारियों व अधिकारियों की अनुपस्थिति जन प्रतिनिधियों का अपमान है और सदन की गरिमा और अधिकारियों की तानाशाही को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में अधिकारियों का इस तरह का रवैया कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कनिष्ठ प्रमुख हेमा नेगी ने कहा कि बैठकों में यदि कोई भी विभाग अधिकारियों की अनुपस्थिति में प्रतिनिधि के रूप में किसी को भेजते हैं तो प्रतिनिधि पूरी तैयार के साथ बैठक में आएं। ज्येष्ठ प्रमुख भगवान सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा भेजे गए प्रतिनिधि की बातों से संतुष्ट नहीं हुए तथा विभाग की कड़ी शब्दों में निंदा की गई। ढिकवाल गांव पंपिंग योजना के घटिया निर्माण कार्य एवं सुचारू संचालन न होने पर कई बार जल संस्थान के संबंधित अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद जनप्रतिनिधियों की बातों को नकारने व मनमानी करने पर भी जन प्रतिनिधियों ने आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर क्षेपंस रचना रावत, बबीता रावत, प्रदीप चंद्र, कल्पना रावत, मनोज भट्ट, रुचि देवी, मंजू देवी, मेघा देवी, देवेंद्र कुमार, विपिन धनाई आदि मौजूद रहे।