कोटद्वार-पौड़ी

लाखों खर्च करने के बाद भी बदहाल हुए सार्वजनिक शौचायल

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नगर निगम के अधिकांश शौचालयों में नहीं है पानी की व्यवस्था
बदहाल शौचालयों की मरम्मत के बजाय लगाया जा रहा ताला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : जनता को स्वच्छता का पाठ पाठाने वाला नगर निगम स्वच्छता का लेकर कितना गंभीर है इसका अंदाजा शहर के सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति को देखकर लगाया जा सकता है। हालत यह है कि अधिकांश शौचालयों में पानी तक उपलब्ध नहीं है। नगर निगम बदहाल शौचालयों की मरम्मत करने के बजाय उनपर ताले जड़ रहा है।
कुछ वर्ष पूर्व 35 लाख रुपये की लागत से पांच से अधिक शौचालयों की मरम्मत कराने के साथ ही कुछ नए शौचालयों का निर्माण करवाया गया था। शुरूआत में इन शौचालयों की व्यवस्था ठीक रही, लेकिन अब देखरेख के अभाव में अधिकांश शौचालयों की स्थिति बदहाल हो चुकी हैं। अधिकांश शौचालयों में पानी तक उपलब्ध नहीं है। जहां पानी भी है वहां से टोंटी गायब हो चुकी है। ऐसे में पूरे दिन पानी बर्बाद होता रहता है। शौचालय के समीप लगे कूड़ेदान को भी असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया है। नगर निगम की ओर से कई माह तक शौचालयों की सफाई भी नहीं करवाई जाती। ऐसे में आम जन शौचालय का उपयोग करने से गुरेज कर रहा है।

पानी तक की व्यवस्था नहीं
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत अधिकांश शौचालयों में साफ-सफाई के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है। सबसे बुरी स्थिति बेस चिकित्सालय के समीप, लकड़ीपड़ाव, नजीबाबाद रोड, आमपड़ाव व ऊर्जा निगम कार्यालय के समीप बने सार्वजनिक शौचालय की बनी हुई है। दुर्गंध के कारण शौचालय के आसपास मौजूद व्यापारिक प्रतिष्ठानों में व्यापारियों का बैठना भी मुश्किल हो गया है। आमजन को हर समय संक्रामक बीमारियों का खतरा बना रहता है।

शौचालय पर लगाया ताला
नगर निगम ने प्रेक्षागृह स्थित शौचालय की मरम्मत करने के बजाय उसपर ताला लगा दिया है। जबकि, इस शौचालय का उपयोग व्यापारियों के साथ ही राहचलते लोग करते थे। शौचालय पर ताला लगने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि, पूर्व में स्थानीय लोग कई बार शौचालय की मरम्मत करने की मांग कर चुके हैं।
शहर में नहीं है महिला शौचायल
नगर निगम की ओर से शहर में महिला शौचालय का निर्माण नहीं करवाया गया है। ऐसे में महिलाओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जबकि, कुछ माह पूर्व स्थानीय महिलाओं ने कोटद्वार पहुंची महिला अयोग की अध्यक्ष को भी समस्या से अवगत करवाया था। ऐसे में नगर निगम अब भी महिलाओं की समस्याओं को लेकर लापरवाह बना हुआ है।

नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत बदहाल शौचालयों की मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बजट जारी होते ही शौचालयों की मरम्मत करवाई जाएगी.. किशन सिंह नेगी, नगर आयुक्त

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