पुलकित आर्य का होगा नार्को व पालिग्राफी टेस्ट, न्यायालय ने सुनाया फैसला
आरोपी अंकित व सौरभ का नहीं होगा नार्को और पालिग्राफी टेस्ट
न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी भावना पांडेय की अदालत ने सुनाया फैसला
जयन्त प्रतिनिधि। ं
कोटद्वार : अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के नार्को एवं पॉलीग्राफ टेस्ट की मंजूरी मिल गई है। बुधवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी भावना पांडेय ने अपना फैसला सुनाते हुए इसकी मंजूरी दी। जबकि, मामले में दो अन्य आरोपी अंकित व सौरभ का नार्को व पॉलिग्राफी टेस्ट नहीं किया जाएगा।
दस जनवरी को न्यायालय ने जेल में बंद तीनों अभियुक्तों से बारी-बारी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से नार्को व पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने को लेकर बात की थी। जिसमें पुलकित आर्य ने अपने छ: सवालों को रखते हुए अपने नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए सहमति दी। जबकि, अंकित गुप्ता और सौरभ भाष्कर ने टेस्ट करवाने की सहमति नहीं दी। पुलकित आर्य ने न्यायालय को दिए प्रार्थना पत्र में उसके छ: सवालों की मांग रखी थी, जिस पर अभियोग पक्ष के अधिवक्ता सहमति नहीं बना पा रहे थे। वहीं, अपने फैसले में न्यायालय ने पुलकित आर्य के सवालों को नार्को व पॉलीग्राफी टेस्ट में रखने की अनुमति दी है। अब जल्द ही एसआईटी पुलकित आर्य का नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट करेगी। शासकीय अधिवक्ता जितेंद्र रावत ने कहा कि पुलकित आर्य का दिल्ली में नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट किया जाएगा। अभियुक्तों के अधिवक्ता अमित सजवाण ने कहा कि पुलकित आर्य के छ: शर्तों पर न्यायालय में नार्कों और पॉलीग्राफी टेस्ट करने की अनुमति पर सहमति बन गई है।
यह हैं पुलकित के सवाल
– अंकिता को नहर में धक्का किसने दिया और उसे मारने की साजिश किसने रची।
– घटना की शाम अंकिता अपनी मर्जी से हमारे साथ गई थी या उसे जबरदस्ती ले गए।
– क्या किसी ने अंकिता को बचाने की कोशिश की।
– क्या हमने अंकिता को किसी वीआईपी के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाया।
– अंकिता के परिवार एवं मित्र पुष्प के साथ अंकिता के कैसे संबंध थे। इस बारे में अंकिता ने हमें क्या-क्या बताया।
– अंकिता का दोस्त पुष्प उसके साथ शादी के लिए क्यों मना कर रहा था। अंकिता ने इस बारे में हम तीनों को क्या-क्या बताया।
यह है पूरा मामला
बता दें कि 18 सितंबर की रात को वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में अपनी कर्मचारी अंकिता भंडारी के गुमशुदा होने की शिकायत दी थी। करीब तीन दिनों तक इस मामले की ढिलाई से जांच की गई। इसके बाद शासन के निर्देश पर मामले को रेगुलर पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने सारी बात उगल दी। पता चला कि पुलकित और अंकिता के बीच झगड़ा हुआ था। ऋषिकेश से लौटते वक्त अंकिता और पुलकित के बीच नहर किनारे फिर से विवाद हुआ और इस बीच पुलकित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया था। पुलिस ने इस मामले में 22 सितंबर को पुलकित, अंकित और सौरभ को गिरफ्तार कर लिया था।