पुरानी पेंशन बहाली की मांग को किया प्रदर्शन
विकासनगर। खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय पर सोमवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और शिक्षकों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार कर्मचारियों की जायज मांग को अनसुना कर रही है। बजट सत्र के दौरान सरकार की ओर से इस मसले पर कमेटी गठन करने की बात कह कर उनके साथ अन्याय किया गया है। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे उप शिक्षाधिकारी हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली उनका अधिकार है। सरकार एक ओर कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने को कमेटी गठन करने की बात कह रही है, वहीं दूसरी ओर विधायिका से जुड़े लोगों को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। एक ही प्रदेश में सरकार के दो नियम लागू हो रहे हैं, जिससे लोकतांत्रिक प्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहा है। लोकतंत्र में नीति नियंता अपने अपने लिए अलग नियम बना रहे हैं, जबकि कर्मचारियों के लिए दूसरे नियम बनाए जा रहे हैं। स्वस्थ लोकतंत्रिक प्रणाली में सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए गए हैं। ऐसे में सरकार के अधीन काम करने वाले सभी लोगों को भी समान सुविधाएं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नई पेंशन योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा नहीं मिल रही है। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों और कर्मचारियों ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना बहाल होने तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रांतीय संयुक्त मंत्री पुष्कर राज बहुगुणा, विकासनगर अध्यक्ष संतोष कुमार, अंशुल जांगिड़, राजेश पाल, अखिलेश चमोली, राम नारायण रतूड़ी, ममता नेगी, देवेंद्र चौहान, विनय कटियार, अनिता रावत, नितिन वर्मा, रेखा अग्रवाल, सोनिया, मोनिका, किरन, सुषमा आदि शामिल रहे।
साहिया में लोनिवि के कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
लोक निर्माण खंड के अधिकारी और कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली को कार्यालय पर प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार एक विधान एक संविधान की बात करती है, लेकिन कर्मचारियों के साथ दोहरा व्यवहार कर रही है। सभी कर्मचारी पुरानी पेंशन की मांग को लेकर अभी शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन जल्द मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा। कहा कि नई पेंशन योजना के तहत कर्मचारियों के साथ अनहोनी होने पर पारिवारिक आर्थिक सुरक्षा का प्रावधान नहीं है। भविष्य निधि की व्यवस्था समाप्त करने से कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही सेवाकाल के दौरान आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए भविष्य निधि से ऋण लेने की सुविधा भी नहीं मिल रही है। कहा कि पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में है। प्रदर्शन करने वालों में सविता, जयंती, राधिका शर्मा, प्रियंका, जगमोहन सिंह रावत, नवीन भट्ट, विश्वजीत खत्री, पंकज बडोनी, ब्रह्म दत्त डोभाल, प्रदीप कुमार, आदर्श कुमार, दीपक पंवार, दिनेश, शूरवीर, मोहन, रमेश चंद्र आदि शामिल रहे।