पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सांसद टम्टा से मिले
बागेश्वर। रविवार को राज्य व केंद्र कर्मचारियों की प्रमुख मांग पुरानी पेंशन बहाली को लेकर संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा से मिले। मोर्चा के पदाधिकारियों से पेंशन बहाली पर चर्चा करते हुए सांसद प्रदीप टम्टा ने बताया कि कांग्रेस पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रही है। साथ ही कर्मचारियों के इस अत्यंत आवश्यक मुद्दे पर खुले हृदय से समर्थन करती है। संयुक्त मोर्चे के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आलोक पांडे व राष्ट्रीय प्रेस सचिव मिलिन्द बिष्ट ने राज्य सांसद को अवगत कराया कि नई पेंशन योजना में सेवानिवृत्त होने के बाद प्राप्त धनराशि गुजारे लायक भी नहीं है। सेवाकाल में मृत्यु होने पर मिलने वाली परिवारिक पेंशन भी अत्यंत अल्प है। पुरानी पेंशन योजना में प्राप्त जीपीएफ सुविधा से कर्मचारी को ऋण लेने की छूट थी जो कि नई पेंशन योजना में कहीं नहीं है। मोर्चे के पदाधिकारियों ने कहा कि चुनकर देश की संसद में पहुंचने वाले नेतागण कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की बात करने में न जाने इतना क्यों हिचक रहे हैं। जबकि भविष्य के लिहाज से प्रत्येक सरकारी कर्मचारी इस योजना में स्वयं को ठगा महसूस कर रहा है, जिसके कारण कर्मचारियों में आक्रोश है। राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि जिस सार्वजनिक क्षेत्र को क्षमताहीन बताकर आज सरकार द्वारा निजीकरण की ओर धकेला जा रहा है। उसी सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों ने वैश्विक आपदा के समय मे प्रथम पंक्ति में डटे रहकर कार्य अपनी क्षमता को सिद्ध किया है। ऐसे में उनकी सामाजिक सुरक्षा का मुद्दा पुरानी पेंशन बहाली उनके प्रति कृतज्ञता दिखाने का अवसर है। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को संभव पटल तक ले जाएंगे।