तीन माह तक चले पूर्णागिरि मेले का हुआ समापन
चम्पावत। मां पूर्णागिरि धाम में सरकारी मेले का गुरुवार को समापन हो गया। मेले के अंतिम दिन पांच हजार श्रद्घालुओं ने माता के चरणों में शीश नवाया। तीन माह के मेले में मंदिर समिति ने करीब 35 लाख से अधिक श्रद्घालुओं के माता के धाम पहुंचने का दावा किया है। ठुलीगाड़ में मां पूर्णागिरि धाम मेले के समापन समारोह का संचालन मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी ने किया। उन्होंने मेले में सहयोग के लिए सभी पदाधिकारियों और मेला प्रशासन का आभार जताया। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी और मेला मजिस्ट्रेट और एसडीएम सुंदर सिंह ने मुख्य मेले की आधिकारिक रूप से समापन की घोषणा की। डीएम ने कहा कि पार्किंग निर्माण, संचार सुविधा के साथ ही पूर्णागिरि मंदिर के तमाम बुनियादी आधारभूत सुविधाओं को विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। बताया कि संचार सुविधा के लिए दो बीएसनल के टावर स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा गया है। पूर्णागिरि के विकास के लिए हेलीपैड, पानी की उचित व्यवस्था, सड़क मार्ग समेत तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाएगा। समापन के मौके पर पुलिस कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों, वन कर्मियों, पर्यावरण मित्रों, स्वयं सेवकों और मीडिया कर्मियों को स्मृति चिह्न भेंट कर पुरुस्त किया।
मेले के समापन समारोह में एएमए भगवत पाटनी, सीओ अविनाश वर्मा, बूम रेंजर गुलजार हुसैन, मंदिर समिति के भूतपूर्व अध्यक्ष भुवन चंद्र पांडेय, उपाध्यक्ष नीरज पांडेय, सचिव सुरेश तिवारी, कोषाध्यक्ष नवीन तिवारी, ठुलीगाड़ चौकी प्रभारी दिलवर सिंह भंडारी, मोहन पांडेय आदि रहे।