पूर्णागिरी मेला हादसा: ब्रेक नहीं लगने से काल बनी बेकाबू बस, एक पल में लील ली पांच जिंदगियां
टनकपुर (चंपावत)। पूर्णागिरि मेले में बेकाबू बस ने श्रद्धालुओं को रौंद दिया। हादसे में दो सगी बहनों समेत पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि दो मासूमों समेत आठ श्रद्धालु घायल हो गए। मृतकों में तीन महिलाएं और दो पुरुष थे। तीन लोगों की घटना स्थल पर, जबकि चौथे की इलाज के दौरान अस्पताल में और पांचवें श्रद्धालु की हायर सेंटर ले जाते वक्त रास्ते में मौत हुई।
ठुलीगाड़ बस स्टैंड के ढलान से नीचे उतर रही बस ब्रेक नहीं लगने की वजह से मौत बनकर काल बन गई और पलक झपकते ही पांच श्रद्धालुओं की जान ले ली। माना जा रहा है कि चालक ने बस स्टार्ट करने के बाद ब्रेक का प्रेशर नहीं लिया होगा, जिस कारण ब्रेक नहीं लगने से बस बेकाबू होकर श्रद्धालुओं के जत्थे को रौंदते हुए आगे बढ़ गई।
हादसा होते ही घटना स्थल पर चीखपुकार और अफरातफरी मच गई। हादसे की वजह बस चालक की लापरवाही मानी जा रही है जो हादसा होते ही मौके से फरार हो गया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख, घायलों को 50-50 हजार देने की घोषणा की है।
डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीओ अविनाश वर्मा ने बताया कि आरोपी बस चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
हादसे में सोहरवा थाना रामगांव बहराइच निवासी बद्री नारायण (43) पुत्र राम लखन, माया राम (29) पुत्र बब्बू, पिनडोल बिल्सी बदायूं निवासी अमरावती (30) पत्नी महराम सिंह और उसकी छोटी बहन नेत्रावती (20) पत्नी वीर सिंह की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। सोहरवा थाना रामगांव बहराइच निवासी घायल रामदेई (30) पत्नी तोता राम ने हायर सेंटर ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ा।