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पूर्व मंत्री बोले स्थानीय विधायक की लापरवाही से लटकी अधर में योजना

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कौड़िया में पांच साल में नहीं बन पाया बरातघर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। विधानसभा कोटद्वार क्षेत्र के कौड़िया में कमजोर वर्ग के लोगों के लिए शादी समारोह सहित अन्य कार्यक्रम सम्पन्न कराने के लिए बरातघर का निर्माण किया जाना था, लेकिन निर्माण कार्य शुरू होने के पांच वर्ष बाद भी बरातघर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जिससे लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय विधायक जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल में उरातने में रोड़ा अटका रहे है। कोटद्वार विधानसभा में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में स्वीकृति सभी विकास कार्य अधर में लटके हुए है।
लोंगो के लिए शादी समारोह सहित सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रमों के लिए बेहतर स्थान के लिए सामुदायिक भवन का महत्व किसी से छिपा नहीं है। यही एक ऐसा सरकारी भवन है जो की आम लोगों के हित के लिए महत्व रखता है। यह सार्वजनिक भवन हर मोहल्ले में कार्यक्रमों के लिए सुविधाजनक स्थान माना जाता है। जहां लोग शादी-विवाह समारोह के अपने घर में आने वाले बारात को ठहरा सकें या फिर कुछ अन्य रचनात्मक कार्यक्रम कर सकें। वर्ष 2015-16 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कौड़िया में अनुसूचित जाति, जनजाति सहित कमजोर वर्ग के लोगों के लिए शादी सामरोह सहित अन्य समारोह सम्पन्न करने के लिए 19 लाख 82 हजार की लागत से एक बरातघर स्वीकृत किया गया था। बरातघर का पूरा ढांचा बनकर तैयार भी हो गया था, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने से अभी तक बरातघर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जिससे लोगों को किसी भी कार्यक्रम को सम्पन्न कराने के लिए जगह ढूंढनी पड़ती है। शनिवार को पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र्र ंसह नेगी, महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने निर्माणाधीन बरातघर का निरीक्षण किया। पूर्व मंत्री ने कहा कि पूर्ववती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत बरातघर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। बरात घर में अभी तक खिड़की, दरवाजे तथा प्लास्टर तक नहीं हो पाया है, जिससे कौड़िया क्षेत्र के गरीब तबके के लोग उक्त बारातघर का लाभ नहीं उठा पा रहे है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय विधायक की लापरवाही के कारण बरातघर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान ही विभाग को बारातघर निर्माण के लिए धनराशि प्रदान कर दी गयी थी। स्थानीय निवासी ने कहा कि सामुदायिक भवन नहीं रहने से घर के विवाह कार्यक्रम एवं अन्य कार्यक्रमों में अतिथियों के ठहरने और किसी कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए आम लोगों को काफी दिक्कत होती है। बरसात एवं ठंड के मौसम में घर आये मेहमान को रहने के लिए सामुदायिक भवन एक बहुत बड़ा महत्व रखता है लेकिन इसका अभाव है।

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