बैंगलोर से मतदान करने पहुंचे राहुल, निभाई जिम्मेदारी
दिल्ली, गुरुग्राम सहित अन्य स्थानों में नौकरी कर रहे युवा पहुंचे मतदान करने
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लोकतंत्र के महापर्व में मतदान को लेकर सबसे अधिक उत्साह युवाओं में बना हुआ था। कई ऐसे पोलिंग बूथ थे जहां युवा दिल्ली, गुरुग्राम, बंगलूरु में नौकरी से छुट्टी लेकर मतदान करने घर पहुंचे हुए थे। युवाओं का कहना था कि भले ही वह अन्य राज्यों में नौकरी कर रहे हो। लेकिन, लोकतंत्र में मतदान के महत्व को भी जानते हैं।
लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग विशेष अभियान चला रहा था। मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा था। प्रयास रंग लाया तो शुक्रवार को मतदान केंद्रों में ऐसे युवा भी नजर आए जो दिल्ली, गुरुग्राम व बैंगलोर में नौकरी से छुट्टी लेकर घर मतदान को पहुंचे थे। देवी रोड निवासी राहुल कुमार लखेड़ा ने बताया कि मैं बंगलूरू स्थित एक आईटी कंपनी में कार्यरत हूं। मतदान के लिए कंपनी से छुट्टी स्वीकृत होने के बाद मैंने बंगलूरू से दिल्ली के लिए फ्लाईट ली और उसके बाद गुरुवार को कोटद्वार पहुंचा। मतदान समृद्ध लोकतांत्रिक परंपराओं का संवाहक है। इसलिए हम सभी को अपनी जिम्मेदारी का गंभीरता से निर्वहन करना चाहिए। डबराल कॉलोनी निवासी दीपक कुमार ने बताया कि मैं गुरुग्राम स्थित कंपनी में कार्यरत हूं। गुरुवार को ही मतदान करने के लिए अपने घर पहुंचा। संविधान में स्पष्ट है कि मतदान हमारा अधिकार है। हमारे मत से सही सरकार बनती है और देश आगे बढ़ता है। मैने स्वयं कई अन्य लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया। देवी रोड निवासी प्रीति कंडवाल ने कहा कि मैं दिल्ली में चिकित्सक के पद पर हूं। एक चिकित्सक होने के साथ-साथ देश के प्रति स्वयं की जिम्मेदारी को भी गंभीरता से समझती हूं। मैं सुबह ही देवी रोड स्थित अपने मतदान केंद्र में मतदान करने पहुंच गई थी। लोकतंत्र की खूबसूरती मतदान ही है। मेरा मानना है जो मतदान नहीं करता, उसे देश के मुद्दों व राजनीति पर कटाक्ष करने का अधिकार नहीं है। जयहरीखाल निवासी सारांश ने बताया कि मैं गुड़गांव में नौकरी करता हूं। लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र का मतदाता हूं। देश के बेहतर भविष्य के दृष्टिगत जरूरी है कि प्रत्येक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करे। मैंने भी बेहतर भविष्य के लिए मतदान किया