रेलवे प्रभावितों ने की मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग
चमोली।ाषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के प्रभावित गांव सिवाई के ग्रामीणों ने सरकार से वर्तमान में दी जा रही मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग की है। सिलाई के ग्रामीणों ने कहा रेल परियोजना से प्रभावित गांवों के प्रभावितों को मुआवजा देने में अलग अलग मानदंड क्यों किया जा रहा है । सिलाई के प्रभावितों ने कहा उन्हें भी भट्ट नगर गौचर के प्रभावितों के बाराबर मुआवजा दिया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांग को अनसुना करती है तो वह आंदोलन शुरू कर देंगे और मुख्यमंत्री आवास पर अनशन पर बैठ जाएंगे।
रेल संघर्ष समिति सिवाई के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा किाषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना का स्टेशन कर्णप्रयाग के पास सिवाई में बनाया जा रहा है। इसके लिए सिवाई-लंगाली के ग्रामीणों की अधिकतर षि भूमि का अधिग्रहण किया गया। लेकिन उनको सिंचित जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया गया। उन्हें एक लाख 60 हजार प्रति नाली के हिसाब से मुआवजा मिला है। जबकि उनके गांव से मात्र 10 किमी दूर भट्टनगर गौचर में काश्तकारों को नौ लाख 70 हजार प्रति नाली के हिसाब से भुगतान किया गया है। जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक वह खुद मिलकर अपनी मांग रख चुके हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने रेल प्राधिकरण में वाद दायर किया। मगर दो साल से सरकार ने प्राधिकरण में जज की नियुक्ति नहीं की, जिसके चलते उनकी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की इस संबंध में बैठक हुई। जिसमें तय किया गया कि यदि जल्द उनकी मांग पर उचित कार्रवाई नहीं होती है तो वह आंदोलन शुरू कर देंगे। जिसके तहत वह मुख्यमंत्री आवास के बाहर अनशन शुरू कर देंगे।