बारिश-बर्फबारी थमी, चारों तरफ चोटियां बर्फ से ढकी, बदरीनाथ धाम में छह फीट तक बर्फ जमी
चमोली , एजेंसी । उत्तराखंड में तीन दिनों से चल रहा बारिश और बर्फबारी का सिलसिला फिलहाल थम गया है। सोमवार को मौसम साफ रहा और धूप खिल गई। शुक्रवार देर रात से शुरू हुई बारिश रविवार देर रात तक जारी रहा। रविवार पूरे दिन बारिश और बर्फबारी होती रही। जिससे औली के अलावा कई निचले क्षेत्रों में भी जमकर बर्फबारी हुई। मार्च महीने में ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब इतने निचले क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई है।
इस समय औली पूरी तरह से बर्फ से लकदक हो गया है। यहां पर्यटक जमकर बर्फबारी का लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं बदरीनाथ धाम में छह फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। रविवार देर रात को जोशीमठ नगर में भी बर्फबारी हुई। वहीं दशोली विकासखंड के पगना गांव में भी काफी बर्फबारी हुई है। रविवार दोपहर को धूप खिली, लेकिन देर शाम को फिर आसमान में बादल छा गए। देर रात को फिर बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रविवार रात को भी जमकर बर्फबारी हुई। खासतौर पर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण का भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया। भराड़ीसैंण के प्रभारी शेखर पंत ने बताया कि सड़कों पर करीब छह इंच और अन्य जगह एक से दो फीट तक बर्फ जमी हुई है। वहीं दिवालीखाल में भी बर्फ के ऊपर से वाहन गुजरते रहे। इसके अलावा नंदासैंण क्षेत्र के चौरासैंण गांव के आसपास भी हिमपात हुआ।
देवाल के मुख्य पर्यटन स्थल रूपकुंड, वेदनी आली, बगजी बुग्याल, भीकलताल व ब्रह्मताल, वाण, घेस, हिमनी, बलाण, पिनाऊं, उदयपुर में भी बर्फबारी हुई। बुग्यालों में हो रही बर्फबारी व बारिश से ऊंचाई वाले गांव शीतलहर की चपेट में हैं। वहीं थराली के ऊंचाई वाले इलाकों में भी रविवार रात खूब हिमपात हुआ, लेकिन सोमवार सुबह से धूप खिलने के चलते बर्फ पिघलती रही।