मैदान में बारिश व पहाड़ों में बर्फबारी ने बढ़ाई मुश्किलें
दूसरे दिन जारी रही बारिश व बर्फबारी से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
भारी बर्फबारी के कारण जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित पांच सड़कें रहीं बंद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मैदान में बारिश व पहाड़ों में बर्फबारी का दौर दूसरे दिन भी जारी रहा। धूमाकोट, थलीसैंण के साथ ही पौड़ी जिले के विभिन्न इलाकों में हुई बर्फबारी के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हिमपात से राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई अन्य सड़कें बंद रही। बर्फ हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से मौके पर जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं।
शुक्रवार को भी बारिश व बर्फबारी का दौर जारी रहा। कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में हुई बारिश ने लोगों को गलन का एहसास करवाया। पूरे दिन बाजार में भी काफी कम संख्या में लोग घूमते हुए नजर आए। ठंड से बचाव के लिए व्यापारियों ने अलाव का सहारा लिया। वहीं, धुमाकोट, थलीसैंण क्षेत्र में बर्फबारी होती रही। दीवा, धुमाकोट, चौरीखाल, थलीसैंण, बीरोंखाल के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने से यहां से गुजरने वाले मार्ग भी आवाजाही के लिए अवरुद्ध रहे। बर्फबारी के कारण हाईवे रामनगर -बुआखाल, पैठाणी-कर्णप्रयाग, थलीसैंण-चौरीखाल और दमदेवल -थलीसैंण सड़कें यातायात के लिए ठप रही। यहां करीब डेढ़ से लेकर दो फुट तक बर्फबारी हुई है। काशीपुर-बुआखाल हाईवे पर धुमाकोट तिराहे से ऊपर वाहनों को बैरियर लगाकर रोका गया है। ताकि बर्फ में कोई वाहन आगे जाकर फंस न जाए। हाईव से बर्फ हटाने के लिए थलीसैंण-सलोनधार और तिरपालीसैंण में जेसीबी लगाई गई है। हाईवे को दोनों तरफ से खोला जा रहा है। डीएम डा. विजय कुमार जोगदंडे ने बंद सड़कों को खोलने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने को कहा है। लोनिवि ने सड़क से बर्फ को हटाने के लिए जेसीबी लगाने को कहा है। वहीं, पौड़ी-कोटद्वार हाईवे पर भी बारिश के कारण आमसौंड के पास मलबा आ जाने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। यहां भी मलबा हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई है।