वेस्ट यूपी में 48 घंटे से बारिश, गंगा नदी उफान पर, कालागढ़ में वन्यजीव आबादी में उतरे
मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले चार दिनों से लगातार पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हो रही बारिश से गंगा नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। हस्तिनापुर में गंगा का जल स्तर बढऩे से खादर क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोग भयभीत हो रहे हैं। वही गांव के संपर्क मार्गो पर आवागमन में भी ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लगातार बारिश होने के बाद से कालागढ़ में वन्य जीव आबादी में पहुंचने लगे हैं।पिछले करीब एक महीने से गंगा नदी का जल स्तर कम होने से वह शांत स्वभाव में चल रही थी। ग्रामीणों को भी बाढ़ का खतरा नहीं था और उम्मीद जताई जा रही थी कि खेतों में खड़ी बंपर फसल का अच्छा उत्पादन होगा लेकिन पिछले चार दिनों से अचानक मौसम में आए बदलाव के कारण मानसूनी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बाद शुरू हुई बारिश अब रुकने का नाम नहीं ले रही है। जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है।उधर हरिद्वार से गंगा के जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। बिजनौर बैराज पर तैनात अवर अभियंता पीयूष कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह आठ बजे बिजनौर बैराज से गंगा का जलस्तर 73 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया। वहीं हरिद्वार से बढक़र एक लाख 28 हजार क्यूसेक चल रहा है जो शाम तक बिजनौर बैराज पर पहुंच जाएगा।
उधर लगातार बारिश पडऩे से सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने गंगा के जल स्तर में और अधिक वृद्धि होने की संभावना जताई है। गंगा के जल स्तर में वृद्धि होने से खादर क्षेत्र के लोग भी भयभीत हो गए हैं।
मेरठ में टला बड़ा हादसा: बारिश से स्कूल की छत टपकी, दीवार में उतरा करंट, बाल-बाल बचे छात्र-छात्राएं
मेरठ के सरधना क्षेत्र में गांव बहादुरपुर में स्थित प्राथमिक विद्यालय में बड़ा हादसा होने से बच गया। लगातार बारिश से स्कूल की छत टपकने से दीवारों में करंट उतर आया। इससे छात्रों में भगदड़ मच गई। इससे छात्र-छात्राएं करंट की चपेट में आने से बच गए। घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया और जिलाधिकारी को अवगत कराया।