राज्य आंदोलनकारियो का भाजपा गद्दी छोड़ो आंदोलन 10 नवंबर से: धीरेन्द्र प्रताप
देहरादून। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी सयुंक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेन्द्र प्रताप ने ऐलान किया है कि उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन कारी आगामी 10 नवंबर को हरिद्वार में गंगा तट पर लोटे में नमक डालकर शपथ लेंगे कि वे अब भाजपा सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे। स्वर्गीय जेपी पांडे की याद में आहूत सम्मेलन में भाजपा गद्दी छोड़ो अभियान का संकल्प लिया जाएगा। आज कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की 8 सूत्री मांगों पर 30 अक्टूबर को देहरादून के गांधी पार्क में आंदोलनकारियों ने यह कसम खाई थी यदि 10 दिन में उनकी मांगे ना मानी गई 10 नवंबर से राज्य में आन्दोलनकारी सड़कों पर आ जाएंगे। उन्होंने कहा अब पानी सर पर निकल चुका है और इसीलिए अब हरिद्वार मे आंदोलनकारी स्वर्गीय जे पी पांडे की याद में आहूत हरिद्वार सम्मेलन में 10 नवंबर को भाजपा गद्दी छोड़ो अभियान की आंदोलनकारी शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि चिन्हकरण, 10 प्रतिशत आरक्षण पलायन, लोकायुक्त की नियुक्ति, मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा समूह ग और घ की नियुक्तियों में उत्तराखंड के मूल निवासियों को प्राथमिकता जैसे कई ऐसे सवाल भी सवाल है जिस पर मुख्यमंत्री धृतराष्ट्र की तरह अंधे बने हुए हैं ।उन्होंने कहा कि अब आंदोलनारी चैन से नहीं बैठेंगे और अगले 13 महीने में लगातार संघर्ष करके इस सरकार को उखाड़ फेंक कर इस सरकार की विदाई सुनिश्चित की जाएगी। इस मौके पर पत्रकार वार्ता में समिति के केंद्रीय संयोजक मनीष नागपाल और के प्रवक्ता महेश जोशी ने भी सरकार पर हमला बोला और कहा कि अब आंदोलनकारी चुप नहीं बैठेंगे और आंदोलनकारियों की मांगों पर मुख्यमंत्री की अन्यायपूर्ण चुप्पी के खिलाफ सड़कों पर जंग होगी। उन्होंने इस मौके पर 8 सूत्री ज्ञापन भी सरकार के सामने जारी किया। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि अभी भी सरकार के पास 24 घंटे बचे हैऔर यदि वह आंदोलनकारियों की 8 सूत्री मांगों पर सकारात्मक पहल करती है तो आन्दोलनकरी अपने हरिद्वार से शुरू होने वाले भाजपा गद्दी जोड़ो अभियान को वापस लेने पर विचार कर सकते हैं।