राज्यपाल के अभिभाषण के साथ गैरसैंण में शुरु हुआ बजट सत्र
सदन में बजट पर अभिभाषण तो बाहर लाठीचार्ज
देहरादून। उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है। सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे राज्यपाल के अभिभाषण से प्रारंभ हुई। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के बजट अभिभाषण से पहले ही कांग्रेस ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सदन से वॉकआउट कर दिया। राज्यपाल ने 40 मिनट का अभिभाषण दिया। गैरसैंण के ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने के बाद पहली बार राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने विधानसभा भवन, भराड़ीसैंण के सभा मंडप में 27 पेज के अभिभाषण को पड़ा। अभिभाषण के दौरान राज्यपाल ने राज्य सरकार के विजन को सदन के पटल पर रखा। इसके पूर्व राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्र गान के साथ सदन की कार्यवाही शुरू की गई। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण के दौरान बताया कि प्रदेश में एनसीडीसी के माध्यम से एक समान उपज, उत्पाद के उत्पादन और विपणन के लिए कलस्टरवार कृषक उत्पादक संगठन का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत मोटर साइकिल टैक्सी योजना संचालित कर दो वर्षों तक ब्याजमुक्त ऋण की व्यवस्था की गई है। प्रदेश के 151 सूक्ष्म जलागमों के 4343 वर्ग किमी क्षेत्र में 1357 करोड़ बाह्य वित्त पोषित और 150 करोड़ केंद्र पोषित जलागम विकास योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। चमोली जिले के गोपेश्वर में नंदप्रयाग घाट मोटर मार्ग को डेढ़ लाईन चैड़ा करने की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों ने सोमवार को विधानसभा कूच किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जंगलचट्टी बैरियर पर रोक दिया। पुलिस के साथ आंदोलनकारियों की नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें भी कीं।
अभिभाषण के दौरान ही सदन के बाहर सड़क की मांग को लेकर उत्तराखंड के भराड़ीसैंण में विधानसभा भवन का घेराव करने जा रहे घाट क्षेत्र के लोगों सहित कांग्रेसी और यूकेडी कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ धक्कामुक्की हो गई। इस दौरान मौजूद करीब चार हजार से अधिक लोग इकट्ठा हो गए और दिवालीखाल में जबरन बैरियर हटाकर आगे जाने का प्रयास करने लगे। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठियां फटकारनी पड़ीं, जिसमें कई आंदोलनकारी चोटिल हो गए। इससे आक्रोशित आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। यह देख पुलिस ने कई आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर मेहलचौंरी अस्थायी जेल भेज दिया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
सोमवार को नंदप्रयाग-घाट मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर घाट क्षेत्र से 250 वाहनों में सवार करीब 4000 लोग नारेबाजी करते हुए विधानसभा का घेराव करने के लिए रवाना हुए। जैसे ही वे जंगलचट्टी में पहुंचे तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोका लेकिन वह नहीं माने और बैरियर पार करते हुए पांच किलोमीटर पैदल चलकर दिवालीखाल के लिए निकल पड़े। जैसे ही वह दिवालीखाल पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इससे गुस्साए आंदोलनकारियों ने पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और दिवालीखाल से आगे जाने के लिए बैरियर हटाने लगे। इससे पहले यूकेडी के करीब पांच सौ और कांग्रेस के करीब 50 कार्यकर्ता भी दिवालीखाल पहुंच चुके थे।