जम्मू-कश्मीर: बार्डर पहुंचे राकेश टिकैत की पाकिस्तान को दो टूक, कहा- शांति से रहे, यही उसके हित में
आरएसपुरा, एजेंसी। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बुधवार को भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की आक्ट्राय पोस्ट पर पहुंचे। यहां उन्होंने बीएसएफ के जवानों और सीमावर्ती किसानों से मुलाकात की। टिकैत ने पाकिस्तानी गोलीबारी में जान गंवाने वाले किसानों को बलिदानी का दर्जा देने की मांग की। इस मौके पर राकेश टिकैत ने पाकिस्तान को दो टूक नसीहत देते हुए कहा कि वह सीमा पर शांति बनाए रखे। यही उसके हित में है।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ की तरफ से सीमा पर तारबंदी की गई है और लाइट का भी इंतजाम किया गया है, इसके बावजूद अक्सर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। हमारे सीमा प्रहरियों के आगे पाकिस्तान की एक नहीं चलती है, लेकिन वह सुधरने की कोशिश नहीं करता है। उसकी तरफ से होने वाली गोलीबारी से किसान घायल होते हैं, उनकी जान चली जाती है। इसलिए पाकिस्तानी गोलीबारी में मरने वाले किसानों को सरकार को बलिदानी का दर्जा देना चाहिए। भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि यूनियन की तरफ से सीमावर्ती किसानों की समस्याओं को उठाया जाता रहा है और आगे भी उठाता रहेगा।
राकेश टिकैत से कश्मीर घाटी में आए दिन होने वाले आतंकी हमलों पर कहा कि आतंकियों का मुख्य मकसद लोगों को डराना है। घाटी के किसान भी इससे परेशान हैं। उनको आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं, लेकिन माहौल खराब होने से वे भी प्रभावित होते हैं। इस मौके पर राकेश टिकैत के साथ आरएसपुरा जिला विकास परिषद (डीडीसी) सदस्य तरनजीत सिंह टोनी, आल जेएंडके जाट महासभा के प्रधान व जम्मू के पूर्व मेयर चौ़ मनमोहन सिंह के अलावा पूर्व सरपंच व कांग्रेस नेता गुरमीत सिंह बाजवा, सरपंच गुरदयाल सिंह, सरपंच शामलाल, सरपंच शशि कुमार सहित बड़ी संख्या में सीमावर्ती गांवों के किसान मौजूद रहे।
राकेश टिकैत ने देश में बढ़ती महंगाई पर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा गया। किसान नेता ने कहा कि सरकार ही महंगाई को रोक सकती है, बशर्तें यदि वह चाहे तब। उन्होंने कहा कि जब पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव थे तो पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाना तो दूर, कम हुए थे, अब चुनाव बीत गया है तो सरकार हर दिन दाम बढ़ा रही है। इससे साफ है कि सरकार ही महंगाई बढ़ा रही है और वही इसे रोक सकती है। टिकैत ने कहा कि डीजल के दाम बढने से एक तरफ खाद्य सामग्री के दाम बढ़ रहे हैं, जिससे देश का मजदूर व गरीब आदमी परेशान है, वहीं इससे किसान भी बहुत ज्यादा परेशान है। उसको ट्रैक्टर चलाने के लिए ज्यादा दाम चुकाकर डीजल खरीदना पड़ रहा है।