रामलीला जागृति समिति सतपुली की ओर से किया गया मंचन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार/सतपुली। रामलीला जागृति समिति सतपुली की ओर से आयोजति रामलीला के छठें दिन राम भरत मिलाप का मंचन किया गया। इस दौरान राम-भरत मिलाप देख दर्शक भावुक हो गए।
रामलीला समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह रावत ने बताया कि छटवें दिन की रामलीला में भरत, शत्रुघ्न व अयोध्या की समस्त प्रजा राम की खोज में निकलती हैं। भरत राम को खोजते हुए केवट राज के पास पहुंचे हैं। जहां वे केवट राज से भगवान राम के बारे में पूछते हैं। भरत केवट से राम तक पहुंचाने का आग्रह करते हैं। भगवान राम के दिखते ही भरत विलाप करते हुए राम के चरणों में गिर जाते है। राम भरत के मिलाप के मार्मिक मंचन ने दर्शकों की आँखों में आंसू ला दिए। वहीं पिता के देहांत की समाचार सुनते ही भगवान राम विलाप करने लगे। उसके बाद भगवान राम भरत को वापस अयोध्या लौटने का आग्रह करते हैं। छटें दिवसीय रामलीला का मंचन सूर्पनखा के प्रवेश तक किया गया। जहाँ सूर्पनखा ने राम और लक्ष्मण पर बारी-बारी से शादी का प्रस्ताव रखा। जिस पर क्रोधित होकर लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक ,कान काट दिए। जिस पर विलाप करते हुए सूर्पनखा अपने भाइयों खर व दूषण के पास जाती है। इस मौके पर रामलीला समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह रावत, प्रबंधक जगदम्बा डंगवाल, सुनील डंडरियाल, सत्यनारायण वेदी, लोकेश वर्मा कोषाध्यक्ष, इंदु जुयाल, नीलम नीलकंठ, मनीष खुगशाल, अचलानंद डोबरियाल, बालेश्वर चौधरी, अम्मू रावत, हर्ष गुप्ता, संजय, राकेश कुमार, अवनी डंडरियाल बॉबी शर्मा, प्रिंस भट्ट, मोहित बिष्ट, जितेन्द्र जैरवान, शत्रुघ्न अवनी डंडरियाल आदि उपस्थित थे।