भारत की भूमि आदर्श माताओं से समृद्ध: रामदेव
हरिद्वार। योगगुरु स्वामी रामदेव ने गुरुवार को पतंजलि विवि में कार्यशाला में कहा कि जीजाबाई, पुतलीबाई, मदालसा, सीता आदि ने सुसंस्कारित संतानों को जन्म दिया। वर्तमान में भारत भूमि को ऐसी ही संततियों की आवश्यकता है। पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज एवं हॉस्पिटल, पतंजलि अनुसंधान और पतंजलि विवि की ओर से गुरुवार को गर्भ संस्कार विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला संतति सृजनम् का आयोजन किया गया। उसका उदघाटन स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण और विशिष्ट अतिथि डॉ. कल्पना शर्मा ने किया। इस दौरान डॉ. कल्पना को आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया। आचार्य बालकृष्ण ने मातृत्व की महिमा का उल्लेख कर कहा कि वेदों और ग्रंथों में सोलह संस्कारों का वर्णन किया गया है। तीन संस्कार गर्भाधान, पुंसवन और सीमंतोन्नयन जन्म से पूर्व के हैं। उनका संयोजन भावी शिशु के माता-पिता द्वारा गर्भ की रक्षा भावना से किया जाता है।