रामकथा में झांकियों ने मोहा श्रद्धालुओं का मन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। बालासौड़ स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में आयोजित रामकथा के सातवें दिन छोटे-छोटे बच्चों ने लव-कुश की वंदना कर सुंदर-सुंदर झाकियां निकाली। इन झांकियों ने सभी का मन मोहा।
भगवान की सजीव झांकियों ने श्रद्धालूओं का मन मोह लिया। झांकी में आदित्य कुकरेती राम, अनन्या कुकरेती सीता, वियान लक्ष्मण, स्वास्तिक सेमवाल भरत, इंशान नेगी शत्रुघन, शिवांश जखमोला गणेश, सक्षम सेमवाल सुमन, अध्ययन रावत हनुमान, रैनी रावत लवकुश का किरदार निभाया। सातवें दिन कथा वाचक आचार्य विनोद कंडवाल ने राम वनवास और भरत के दिव्य चरित्र एवं त्याग समर्पण की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि कलियुग में हरिनाम व हरिकथा से ही कल्याण संभव है। भगवान की सेवा तन मन से नहीं की तो मानव जन्म व्यर्थ है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम बहुत आज्ञाकारी थे। उनके संस्कारों से हमें सीख लेनी चाहिए। आचार्य भगवती प्रसाद, मोहित केष्टवाल, प्रदीप जखमोला, द्वारिका पोखरियाल, जगदम्बा कंडवाल, रमेश कंडवाल ने विधि विधान से पूर्जा अर्चना की। इस मौके पर कथा के मुख्य आयोजक पार्षद नीरूबाला खंतवाल, आशा डबराल, कैप्टल गजेन्द्र मोहन धस्माना, मीना डोबरियाल, ऊषा थपलियाल, पिंकी खंतवाल, कौशल्या रावत, विजय लक्ष्मी पंडित, त्रिलोक सिंह रावत, कौशल्या जखमोला, प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के जनसम्पर्क अधिकरी चन्द्र प्रकाश नैथानी, भाजपा के नगर मंडल महामंत्री सुरेन्द्र प्रसाद बिजलवाण, गोविन्द नौटियाल, उर्मिला रावत, अनीता शर्मा, ममता देवरानी, राकेश मित्तल, गोदा रावत, रेखा बलूनी, अनीता नौटियाल, श्रीमती आरती डोभाल, श्रीमती पुष्पा, सुनीता, मनोज लखेड़ा आदि मौजूद थे।