रामलीला में श्रीराम विलाप के मंचन ने दर्शकों को किया भावुक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार के पदमपुर सुखरो में आयोजित महिला रामलीला के नौवें दिन लक्ष्मण-मेगनाथ संवाद, लक्ष्मण शक्ति और हनुमान के पर्वत उठाने का सजीव मंचन किया गया। लक्ष्मण के मूर्छित होने के बाद श्रीराम विलाप के मंचन ने श्रद्धालु दर्शकों को भावुक कर दिया।
शुक्रवार देर शाम को रंगकर्मी सरोज रावत के निर्देशन में पदमपुर में आयोजित श्रीरामलीला के मंचन में लंका में युद्ध के दौरान रावण अपने पुत्र मेघनाथ को युद्ध करने के लिए भेजता है। काफी देर तक युद्ध करने के बाद मेघनाथ जब लक्ष्मण को नहीं हरा पाता तब वह अंत में मेघनाथ ब्रह्मास्त्र बाण का प्रयोग कर लक्ष्मण को मूर्छित कर देता है। भाई को मूर्छित देख श्री राम विलाप करते हैं। इसी दौरान सुमंत वैद्य को लक्ष्मण के पास लाया जाता है। वैद्य के बताने पर हनुमान को संजीवनी लाने के लिए द्रोणगिरी पर्वत भेजा जाता है। संजीवनी नहीं मिलने पर वे पूरा पर्वत ही उठा लाते हैं। हनुमानजी के पर्वत उठाकर लाने के दृश्य पर दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर शीला थपलियाल, सोनिका नेगी, आशा थपलियाल, लक्ष्मी मलासी, बबीता रावत, सावित्री रावत, ललिता नेगी, सुधा रावत, अजीता रावत, काजल कंडारी, आकांक्षा जदली, आशा रावत, अनीता कंडारी, सुनीता असवाल आदि मौजूद थे।