रामनगर डिपो डाल रहा यात्रियों की जान जोखिम में
रामनगर। रामनगर रोडवेज डिपो की 27 बसें यात्रियों की जान जोखिम में डाल सकती हैं। मानक पूरी करने के बाद भी 27 बसों को विभिन्न रूटों पर संचालित किया जा रहा है। हालांकि एआरएम उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर इन बसों को नीलाम करने को कह चुके हैं। रामनगर रोडवेज डिपो के पास 82 बसें है। अधिकांश बसें दिल्ली, देहरादून, लखनऊ और पहाड़ी क्षेत्रों में चलती हैं। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक 27 बसें आठ लाख किमी से अधिक चल चुकी हैं। जो आठ साल पुरानी भी हैं। मानकों के अनुसार आठ लाख किमी बस चलने के बाद रोडवेज की बसों को डिपो को खड़ा कर दिया जाता है, इसके बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मानक पूरे करने वाले बसों को नीलाम कर दिया जाता है। एआरएम आनंद प्रकाश ने बताया कि 27 बसों को लेकर वह उच्चाधिकारियों को पत्र भेज चुके हैं। अभी बसें विभिन्न रूटों पर चल रही हैं। बताया कि खटारा बसों को रूट पर नहीं चलने दिया जाता है। डिपो में चालक व परिचालक की कमी है।