रणदीप सुरजेवाला की जुबान फिसली, बोले-सीता मैया का चीर हरण हुआ
जयपुर, एजेंसी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला की बृहस्पतिवार को जुबान फिसल गई। उदयपुर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने द्रौपदी के चीरहरण की जगह वे सीता मैया के चीरहरण की चर्चा कर दी। उन्होंने कहा कि जैसे सीता मैया का चीरहरण हुआ, वही लोग अब प्रजातंत्र का चीरहरण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमने किसान आंदोलन का समर्थन राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए नहीं किया था। सुरजेवाला ने केंद्र सरकार के षि और किसानों को लेकर हुए निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार किसानों के साथ विश्वासघात कर रही है। षि लागत व मूल्य आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार में किसानों की आमदनी तो दोगुनी नहीं हुई, लेकिन दर्द सौ गुना कर दिया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2022-23 के खरीफ फसलों के समर्थन मूल्यों को घोषित किया है। एक तरफ सरकार समर्थन मूल्यों पर फसलों की खरीद नहीं कर रही है, वहीं दूसरी तरफ महंगाई बढ़ रही है। सरकार एमएसपी खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय कम हुई है। किसान की आय वर्तमान में प्रतिदिन 27 रुपये है। खेती पर केंद्र सरकार प्रतिवर्ष बजट कम कर रही है।
शुक्रवार को राज्यसभा की चार सीटों के लिए होने वाले चुनाव में टूट के डर से विधायकों को एक जून से गुरुवार दोपहर तक उदयपुर के ताज अरावली रिसार्ट में रखा गया। गुरुवार शाम को विधायकों को विमान से उदयपुर से जयपुर लाकर होटल लीला में रखा गया। शुक्रवार को विधायकों को एक साथ मतदान के लिए विधानसभा ले जाया जाएगा। विधायकों को होटल में रखने और जयपुर से उदयपुर के बीच विमान के ग्यारह चक्कर लगाने का खर्च तीन करोड़ रुपये से ज्यादा बताया जा रहा है। कांग्रेस और भाजपा के विधायकों को मतदान की प्रक्रिया के बारे में समझाया गया। माक पोलिंग में भाजपा के चार विधायकों ने गलत मतदान किया, जिन्हें फिर समझाया गया है।